Social Engineering Scam: अनजान फोन नंबर से कॉल आना एक बड़ी परेशानी को दावत दे सकता है. सोशल इंजीनियरिंग स्कैम के तहत आपके ऑफिस का बताकर कोई व्यक्ति किसी अनजान नंबर से आपको कॉल करता है और फिर निजी जानकारी मांगता है. स्कैमर्स को ऑफिस का समझकर व्यक्ति उसे जानकारी दे देता है और फिर हो जाती है हैकिंग. चलिए जानते हैं कि सोशल इंजीनियरिंग स्कैम आखिर होता क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है.
सोशल इंजीनियरिंग स्कैम के जरिए फिशिंग का सहारा लिया जाता है. ये स्कैमर्स फर्जी ईमेल, कॉल और एसएमएस के जरिए जरूरी जानकारी हासिल कर लेते हैं. सिर्फ यही नहीं, वो किसी मैलवेयर या सॉफ्टवेयर को डिवाइस में डाउनलोड करने के लिए कहते हैं. पहले ये लोग सामने वाला का भरोसा जीतते हैं और फिर उनकी जानकारी हासिल करते हैं.
इस तरह के स्कैम से बचने के लिए किसी भी अनजान फोन नंबर से आए ईमेल, लिंक आदि पर क्लिक नहीं करना चाहिए. इस तरह के लिंक या मेल में मैलवेयर हो सकता है. इससे डिवाइस को हैक कर दिया जाता है.
आपको कभी भी किसी के साथ भी अपने कोई जरूरी जानकारी जैसे यूजरनेम, पासवर्ड और पिन शेयर नहीं करना है. ईमेल, टेक्स्ट या फिर व्हाट्सएप के जरिए भी कुछ शेयर न करें.
अगर आपको कोई डोमेन नेम आकर्षक लगता है तो आपको उस पर विश्वास नहीं करना है. ऑनलाइन काम करते समय आपको अनजान सेंडर से सावधान रहना होगा.
जिस वेबसाइट पर आप जा रहे हैं वो असली है या नकली, इसका ध्यान रखना होगा.
अगर आपके पास कभी आपकी ही कंपनी या ऑफिस के नाम से ईमेल या मैसेज या कॉल आए तो आपको कोई भी एक्शन लेने से पहले उसे वेरीफाई जरूर करना चाहिए.