Ghost Hacking Safety Tips: साइबर क्राइम काफी तेजी से फैल रहा है. लगभग हर दिन, लोग कई ऑनलाइन स्कैम में फंस रहे हैं और घोटाले की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्कैमर्स और भी ज्यादा स्मार्ट हो गए हैं. हैकर्स ऐसे-ऐसे तरीके लेकर आ रहे हैं जिनसे किसी को पता भी न चले और काम भी हो जाए. ऐसा ही एक नया मामला सामने आया है जिसमें हैकर्स ऑनलाइन मेमोरियल्स पर नजर रखते हैं और फिर इनका फायदा उठाते हैं. इस तरह के स्कैमर्स को Ghost Hackers कहा जाता है.
घोस्ट हैकर्स लोगों के अकाउंट में लॉगइन करके बाद उनकी निजी जानकारी हासिल करते हैं. फिर शुरू होता है सारा खेल. इसके बाद हैकर्स इस जानकारी का इस्तेमाल कर उनके दोस्तों और परिवार को स्पैम, स्कैम और मैलिशस मैसेज भेजते हैं. इन हैकर्स का मुख्य मकसद पैसे कमाना होता है. वे मृत व्यक्तियों की पहचान चुराते हैं और फिर उनके नाम पर क्रेडिट कार्ड, लोन आदि लेने की कोशिश करते हैं. ये उन लोगों को निशाना बनाते हैं जिनके पास हाई-वैल्यू अकाउंट हैं जिससे उन्हें ज्यादा बेनिफिट हो पाए.
ये हैकर्स दीमक की तरह होते हैं. एक बार जब वे किसी अकाउंट में घुस जाते हैं, तो वे उस अकाउंट से जुड़ी सभी जानकारी चुरा लेते हैं और फिर सिस्टम का एक्सेस हासिल कर लेते हैं. यूजर का नुकसान तब तक होता रहता है जब तक उन्हें रोका न जाए.
इन हैकर्स का सबसे बड़ा उद्देश्य ऑनलाइन अकाउंट हैं जिनका इस्तेमाल एक्टिव तौर पर नहीं किया जा रहा है, लेकिन इन्हें डिसेबल नहीं किया गया है. इसलिए, इस तरह की एक्टिविटी को रोकने के लिए यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मृत व्यक्ति के सोशल मीडिया अकाउंट और बैंक अकाउंट को बंद देना चाहिए. इसके अलावा, उनका मोबाइल नंबर भी बंद करा देना चाहिए क्योंकि इसका भी गलत इस्तेमाल किया जा सकता है.
कई बार लोग ज्यादातर अकाउंट्स को फोन नंबर के साथ सिंक करके रखते हैं जो गलत है. ऐसे में अकाउंट से फोन नंबर को डिसेबल कर देना चाहिए. सोशल मीडिया कंपनियां आपको किसी मृत व्यक्ति के अकाउंट को बंद करने की भी अनुमति देती हैं.