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भूलकर भी इस कॉल पर न करें यकीन, सारी जमा पूंजी उड़ा ले जाएंगे हैकर्स

Digital Arrest: अगर आपके पास कभी कोई कॉल आता है और कहा जाता है कि आपके नाम पर कोई अवैध पार्सल है और आपको इसके लिए अरेस्ट किया जाएगा, तो आपको इस बात का विश्वास नहीं करना है. इस तरह के फ्रॉड से कैसे बचना है, चलिए जानते हैं.

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Edited By: India Daily Live
Digital Arrest
Courtesy: Freepik

Digital Arrest: हम आपको काफी समय से ऐसी खबरें बताते आ रहे हैं जिनमें लोगों को उन्हीं के घर में वीडियो कॉल पर अरेस्ट कर लिया जाता है और फिर उन्हें ब्लैकमेल कर पैसा लूटा जाता है. ऐसा ही एक मामला हाल ही में आया है. वहीं, आपने पार्सल स्कैम के बारे में भी सुना होगा जिसमें स्कैमर्स कॉल कर कहते हैं कि उनके नाम से कोई अवैध पार्सल है जिसे कस्टम ने सीज कर लिया है. इस पर कार्रवाई की जाएगी और अगर बचना है तो पैसे देने होंगे. इन मामलों में लोग घबराकर पैसे दे देते हैं.

हाल ही में एक मामला सामने आया है जिसमें मंगलुरु की एक महिला के 39 लाख रुपये लूट लिए गए थे. उसके पास 23 सितंबर को मुंबई में DHL कूरियर ऑफिस से एक कॉल किया गया. इसमें स्कैमर ने कहा कि उनके नाम एक अवैध कुरियर है जिसमें 5 पासपोर्ट, एक लैपटॉप, अवैध ड्रग्स, बैंक डॉक्यूमेंट्स और कपड़े शामिल हैं. महिला को तीन दिन तक इस मामले को लेकर धमकाया गया और फिर उससे 39 लाख रुपये निकलवाए गए. ऐसे में इस तरह के स्कैम से बचना जरूरी है और यह मामला सुनने में डिजिटल अरेस्ट और पार्सल स्कैम का मिला जुला रूप लग रहा है.

फर्जी होता है ऐसा कॉल:

इस तरह के स्कैम में कॉल आता है जिसमें व्यक्ति को इंटरनेट या डिजिटल प्लेटफॉर्म पर किसी अपराध के लिए गिरफ्तार किया जाता है. यह अक्सर साइबर क्राइम जैसे हैकिंग, ऑनलाइन स्कैम, पर्सनल डाटा की चोरी या अवैध चीजें शेयर करने का मामला होता है.  ऐसे में इस तरह के मामले से बचना जरूरी है.

साइबर अरेस्ट से बचने के तरीके:

  • मजबूत और यूनिक पासवर्ड बनाएं. नियमित रूप से पासवर्ड बदलें.

  • जहां संभव हो, टू स्टेप वेरिफिकेशन का इस्तेमाल करें. यह आपके अकाउंट की सुरक्षा को बढ़ाता है.

  • पब्लिक Wi-Fi नेटवर्क का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहें. VPN का इस्तेमाल करें जिससे आपकी जानकारी सुरक्षित रहे.

  • अपने पर्सनल डाटा को सीमित रखें और यह सुनिश्चित करें कि आप क्या शेयर कर रहे हैं.

  • साइबर कानूनों के बारे में जानकारी रखें जिससे आप जान सकें कि क्या करना सुरक्षित है और क्या नहीं.

  • एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें जिससे डिवाइस सुरक्षित रह पाए.

  •  साइबर सिक्योरिटी के मामलों पर जानकारी प्राप्त करें और अपने परिवार और दोस्तों को भी जागरूक करें.