AI Education: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अपने पैर पसारते नजर आ रहा है. इसे हर कैटेगरी और हर जगह इस्तेमाल किए जाने पर काम चल रहा है. AI को लेकर काफी चर्चाएं चल रही हैं। इसके मेरिट्स और डीमेरिट्स पर लगातार बात की जा रही है। कुछ सेक्टर्स ऐसे हैं जहां पर AI काफी मदद कर रहा है। वहीं, आने वाले समय में यह और भी ज्यादा बेहतर हो सकता है। AI को लेकर एक बड़ा सेक्टर एजुकेशन भी हैं, जहां इसका अच्छा इस्तेमाल किया जा सकता है. AI के जरिए एजुकेशन को कैसे बेहतर किया जा सकता है, ये हम आपको यहां बताएंगे लेकिन उससे पहले बताएंगे कि आखिर AI क्या है.
क्या है AI? AI एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसके जरिए ह्यूमन्स की तरह काम करने वाले टूल्स या मशीन बनाई जाती हैं. यह टेक्नोलॉजी स्मार्ट तरह से काम करती है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को आसान भाषा में समझा जाए तो जब कोई मशीन इंसान की तरह सोचती-समझती है और ह्यूमन टास्क को बिल्कुल इंसानों की तरह ही करती है, तो उसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहा जाता है.
टीचर्स के लिए कई बार स्लेबस तैयार करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में AI पूरी मदद कर सकता है. AI के जरिए बच्चों को ध्यान में रखकर स्लेबस तैयार करना बेहद आसान हो जाएगा. सिर्फ यही नहीं, ग्रेडिंग सिस्टम में भी टीचर्स को काफी मदद मिल सकती है.
अगर कोई बच्चा पढ़ने में कमजोर है तो आप उसके अनुसार तैयारी करा सकते हैं. बच्चों को टॉपिक आसानी से समझाने के लिए नए तरीके खोज सकते हैं और उनके अनुसार स्लेबस तैयार कर सकते हैं.
टीचर्स को पढ़ने के अलावा कई एडमिनिस्ट्रेटिव टास्क भी करने होते हैं जिनमें उनकी मदद करने के लिए कई AI टूल्स मौजूद हैं.
आजकल मल्टीपल लैंग्वेजेज का जमाना है. अगर बच्चे कोई भाषा सिखना चाहते हैं तो ऐसे कई एआई टूल्स मौूजद हैं जो किसी भी भाषा को बेहद आसान तरीके से सिखा सकते हैं. नई भाषा सीखते समय अगर बच्चा कोई गलती कर रहा है तो ये टूल्स उसे तुरंत फीडबैक देते हैं. इससे बच्चों की स्किल्स में सुधार होता है.
ट्यूशन को आपने पढ़ा ही होगा लेकिन एआई के जरिए वर्चुअल ट्यूटर की भी मदद मिल सकती है. यहां से बच्चे कभी भी अपने हर सवाल का जवाब ले सकते हैं. यह बच्चों को आसान भाषा में उनके हर सवाल का सटीक जवाब देते हैं.
AI के साथ सावधानी जरूरी है:
AI चीजों को आसान बनाता है. लेकिन फिर भी सलाह यही दी जाती है कि AI पर पूरा निर्भर नहीं होना सही नहीं है. किसी भी चीज के आखिरी फैसले पर पहुंचने से पहले आपको अपने टीचर से सलाह जरूर ले लेनी चाहिए. अभी AI को लेकर काफी काम बचा है. यह आपके हर सवाल का जवाब तो देता है लेकिन गलतियों की संभावना भी रहती है. आने वाले समय में इसमें सुधार होने की पूरी संभावना है.