कहीं आपने तो नहीं डाउनलोड की PM Kisan Yojna ऐप…? हो जाएगा खेल

UPI Scam: यूपीआई स्कैम तेजी से बढ़ रहा है और अब स्कैमर्स इसके लिए एक ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं जिसका नाम PM Kisan Yojna ऐप है. इस ऐप के जरिए स्कैमर आपके पैसे चुरा रहे हैं. यह काम कैसे किया जा रहा है, चलिए जानते हैं.

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Shilpa Srivastava

UPI Scam: तमिलनाडु पुलिस ने UPI यूजर्स के लिए एक नए फिशिंग स्कैम के बारे में चेतावनी जारी की है. इस स्कैम में स्कैमर PM Kisan Yojna ऐप के नाम से एक मालिशिस ऐप को प्रमोट कर रहे हैं. जैसे ही लोग इस ऐप को फोन पर डाउनलोड कर लेते हैं तो उस डिवाइस और उस पर आ रहे एसएमएस का कंट्रोल हैकर के पास चला जाता है. इसके बाद हैकर्स यूजर्स की सभी सेंसिटिव जानकारी को इंटरसेप्ट कर लेते हैं और बिना अनुमति के लेन-देन कर सकते हैं.

यह ऐप यूजर्स की पर्सनल जानकारी जैसे आधार नंबर, पैन नंबर, और जन्म तिथि चुराती है और इसका इस्तेमाल कर यूपीआई प्लेटफॉर्म पर डिवाइस को रजिस्टर कर देता है. इसके बाद, स्कैमर बिना अनुमति के UPI के जरिए लेन-देन शुरू कर सकते हैं. पुलिस ने बताया कि स्कैमर SMS ट्रैफिक को इंटरसेप्ट करके UPI ऐप्स में बदलाव करते हैं और इस डाटा का इस्तेमाल करके डिवाइस को रजिस्टर कर लेते हैं, जिससे अवैध लेन-देन किए जाते हैं. यह ऐप एक वेब फॉर्म के जरिए यूजर्स का नाम, आधार नंबर, पैन नंबर और जन्म तिथि जैसी पर्सनल जानकारी भी इकट्ठा करती है.

इस तरह के हमलों ने कई लोगों को फाइनेंशियली और मेंटली तौर पर परेशान कर दिया है क्योंकि स्कैमर सरकार की योजनाओं और उनकी जरूरतों का फायदा उठाते हैं. पुलिस ने बताया कि हाल ही में कई मामलों में बिना अनुमति के बैंक ट्रांजेक्शन की रिपोर्ट मिली है, खासकर PhonePe ऐप के जरिए. जब मामले की जांच हुई तो यह पाया गया कि इन मामलों में धनराशि केवल Amazon Pay में ट्रांसफर की गई थी.

इस स्कैम से बचने के लिए सुझाव:

पुलिस ने यूजर्स को सलाह दी है कि वे किसी भी अनधिकृत सोर्स से ऐप्स डाउनलोड करने से बचें, खासकर जो WhatsApp के जरिए भेजी जाती हैं. फाइनेंशियल लेन-देन के लिए हमेशा आधिकारिक सरकारी वेबसाइट्स और ऐप स्टोर्स से डाउनलोड किए गए ऐप्स का ही इस्तेमाल करें. अगर आपको किसी भी अनधिकृत एक्टिविटी पर शक होता है तो तुरंत संबंधित अधिकारियों को रिपोर्ट करें.