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Satellite Based Toll Collection System: टोल और FASTag को खत्म कर नया सिस्टम ला रही सरकार, समय और पैसे की होगी बचत

नितिन गडकरी का कहना है कि टोल को खत्म किया जा रहा है और इसके बदले सैटेलाइट बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम लाया जा रहा है. चलिए जानते हैं इसके बारे में. 

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Edited By: India Daily Live
Satellite Based Toll Collection System

Satellite Based Toll Collection System: अगर आप हाइवे पर ज्यादा ट्रैवल करते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद ही जरूरी है. दरअसल, केंद्रिय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने टोल को खत्म करने की बात कही है. इसके लिए सरकार एक कमाल का सिस्टम लाने वाली है जो टोल को खत्म करने में मदद करेगी. नितिन गडकरी ने X प्लेटफॉर्म के जरिए इस बात की जानकारी दी है. सरकार एक नए टोल कलेक्शन सिस्टम सेटलाइट पर काम कर रही है. इसे कब तक पेश किया जाएगा, इसकी जानकारी नहीं दी गई है. 

क्या है यह सिस्टम: यह सिस्टम यूजर्स का पैसा भी बचाएगा. इसके तहत यूजर्स हाइवे पर जितने किलोमीटर चलेंगे, उनसे टोल का उतना ही पैसा वसूला जाएगा. जितना भी पैसा होगा उतना ही बैंक अकाउंट से काटा जाएगा. नितिन गडकरी का कहना है कि इसकी शुरुआत 2024 से ही की जाएगी. लेकिन इसकी तारीख की जानकारी नहीं मिली है. 

नितिन गडकरी ने किया पोस्ट: इनका कहना है, हम टोल को खत्म कर रहे हैं और सैटेलाइट बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम को शुरू कर रहे हैं. इसके तहत आपके बैंक अकाउंट से डायरेक्टली पैसा कट जाएगा. इसमें केवल उतना ही चार्ज किया जाएगा जितने किलोमीटर आप हाइवे पर चले हैं. यह समय और पैसा दोनों बचाने में मदद करेगा. 

पहले के समय में टोल प्लाजा पर काफी समय लगा जाता था. क्योंकि यह काम मैनुअली किया जाता था. इसके बाद FASTag आया जिससे टोल पर लगने वाला समय और भी कम हो गया. इसके साथ आसानी से आपकी कार की विंडशील्ड पर लगे FASTag स्टीकर के जरिए आपके बैंक अकाउंट से ऑटोमैटिकली पैसे कट जाते हैं. पहले जहां टोल पर वेटिंग समय कई मिनटों का होता था वो अब घटकर कुछ सेकेंड्स का रह गया है. 

क्या होता है Fastag? 
यह एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है. यह सिस्मट रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन पर काम करता है. यह आपके बैंक अकाउंट से ऑटोमैटिकली ही पैसे काट लेता है.