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Google समेत टेक की दुनिया में भारत का जलवा, इन 8 बड़ी कंपनियों की कमान हिंदुस्तानियों के हाथ

Tech Companies Headed By Indian: इस आर्टिकल में भारतीय मूल के अधिकारियों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया है, जिन्होंने दुनिया की कुछ टॉप टेक्नोलॉजी कंपनियों का नेतृत्व किया है. इनमें टॉप टेक्नोलॉजी कंपनियों का नेतृत्व किया है, जिनमें अल्फाबेट के सुंदर पिचाई, माइक्रोसॉफ्ट के सत्य नडेला और एडोब के शांतनु नारायण शामिल हैं. 

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Edited By: India Daily Live
Tech CEO
Courtesy: Social Media

Tech Companies Headed By Indian: स्वतंत्रता दिवस के इस मौक पर हम आपको कुछ ऐसी जानकारी दे रहे हैं जिसे सुनकर आपका मन खुश हो जाएगा. इससे आपको पता चलेगा कि भारतीय लोग दुनिया में डंका बजा रहे हैं. क्या आप जानते हैं कि दुनिया की कुछ सबसे पावरफुल टेक कंपनियों के टॉप ऑफिशियल भारतीय मूल के हैं. अगर नहीं जानते हैं तो यहां हम आपको इन्हीं के बारे में बता रहे हैं. इसमें सुंदर पिचाई से लेकर सत्य नडेला तक कई शामिल हैं. 

यहां हम कुछ ऐसे असाधारण भारतीय मूल के लोगों के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने इंडस्ट्री में अहम योगदान दिया है और टेक्नोलॉजी की दुनिया में अपनी छाप छोड़ी है. 

सत्य नडेला, सीईओ, माइक्रोसॉफ्ट

सत्य नडेला ने फरवरी 2014 में स्टीव बाल्मर की जगह माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ का पद संभाला था. नडेला माइक्रोसॉफ्ट में 1992 में शामिल हुए थे. नडेला ने मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग, विस्कॉन्सिन-मिल्वौकी यूनिवर्सिटी से एमएस और शिकागो बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री हासिल की.

सुंदर पिचाई, सीईओ, अल्फाबेट

मदुरै में जन्मे सुंदर पिचाई 2019 में Google की मूल कंपनी अल्फाबेट इंक के सीईओ बने. वे 2014 से गूगल के सीईओ थे. गूगल में अपने 20 साल के करियर में, पिचाई ने एंड्रॉइड, क्रोम और मैप्स जैसी सर्विसेज का नेतृत्व किया. इन्होंने IIT खड़गपुर से बीटेक, स्टैनफोर्ड से एमएस और व्हार्टन से एमबीए किया है.

शांतनु नारायण, सीईओ, एडोब

शांतनु नारायण 1998 से एडोब के साथ जुड़े हैं. ये 2007 में इस कंपनी के सीईओ बने थे. एडोब से पहले, उन्होंने एप्पल और सिलिकॉन ग्राफिक्स में काम किया. नारायण के पास उस्मानिया यूनिवर्सिटी से बीएस, कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले से एमबीए और बॉलिंग ग्रीन स्टेट यूनिवर्सिटी से एमएस की डिग्री है.

स्टीव सांघी, कार्यकारी अध्यक्ष, माइक्रोचिप

स्टीव सांघी मार्च 2021 में माइक्रोचिप के एग्जीक्यूवि चेयरमैन बने. वे इससे पहले 1991 से सीईओ और 1993 से बोर्ड के अध्यक्ष थे. माइक्रोचिप से पहले, सांघी ने वेफरस्केल इंटीग्रेशन इंक. और इंटेल कॉर्पोरेशन में काम किया था. उन्होंने मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में एमएस और पंजाब यूनिवर्सिटी, भारत से इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार में बीएस किया है.

संजय मेहरोत्रा, अध्यक्ष और सीईओ, माइक्रोन टेक्नोलॉजी

संजय मेहरोत्रा ​​माइक्रोन टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष और सीईओ हैं. ये सैनडिस्क के को-फाउंडर हैं और इंटीग्रेटेड डिवाइस टेक्नोलॉजी, SEEQ टेक्नोलॉजी और इंटेल में काम किया है. मेहरोत्रा ​​के पास 70 से ज्यादा पेटेंट हैं और उनके पास यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले से बैचलर्स और मास्टर डिग्री हासिल की है.

निकेश अरोड़ा, अध्यक्ष और सीईओ, पालो ऑल्टो नेटवर्क

निकेश अरोड़ा 2018 में सीईओ के तौर पर पालो ऑल्टो नेटवर्क में शामिल हुए. उन्होंने गूगल और सॉफ्टबैंक में अहम पद पर काम किया है. इनके पास बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट से स्नातक की डिग्री, नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी से एमबीए और बोस्टन कॉलेज से एमएस की डिग्री ली है.

अनिरुद्ध देवगन, अध्यक्ष और सीईओ, कैडेंस डिजाइन

अनिरुद्ध देवगन कैडेंस डिजाइन सिस्टम्स के प्रेजिडेंट और सीईओ हैं. 2017 से इन्होंने प्रेजिडेंट के तौर पर काम किया है और उसके बाद वे 2021 में सीईओ बने. इससे पहले, वे डिजिटल और साइनऑफ और सिस्टम वेरिफिकेशन ग्रुप्स के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट और जनरल मैनेजर थे. उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक और कार्नेगी मेलन यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में एमएस और पीएचडी की डिग्री हासिल की है.

अरविंद कृष्ण, सीईओ, आईबीएम

अरविंद कृष्ण कंपनी के साथ 30 से ज्यादा वर्षों से जुड़े हैं. अप्रैल 2020 में आईबीएम के सीईओ बने. उन्होंने आईबीएम में कई बड़े पदों पर काम किया है. कृष्ण ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कानपुर से बैचलर्स की डिग्री हासलि की है. स्नातक की डिग्री और अर्बाना-शैंपेन में इलिनोइस यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री है.