menu-icon
India Daily

बुरा फंसा Telegram! बनता जा रहा अवैध कामों का अड्डा, सरकार ने कसा शिकंजा

टेलिग्राम को पावेल डुरोव ने 2013 में अपने भाई निकोलाई के साथ मिलकर लॉन्च किया था और अब इस पर भारत सरकार ने शिकंजा कस लिया है. इस प्लेटफॉर्म पर कितने अवैध काम होते हैं, ये किसे से छिपा नहीं हैं और यही कारण है कि डुरोव को अरेस्ट किया गया है. अब सरकार हर केस को लेकर इस पर शिंकजा कसती जा रही है.

auth-image
Edited By: India Daily Live
Telegram Under Scrutiny
Courtesy: Canva

Telegram Under Scrutiny: Telegram लोकप्रिय मैसेजिंग एप्लीकेशन टेलीग्राम भारत में जांच का सामना कर रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह कई तरह की आपराधिक एक्टिविटीज का केंद्र बन गया है. साइबर एक्सपर्ट्स, लॉ एनफोर्समेंट अधिकारी और पूर्व सरकारी अधिकारियों के अनुसार, लीक हुए एग्जाम पेपर और चाइल्ड पोर्नोग्राफी से लेकर स्टॉक प्राइस में हेरफेर और जबरदस्ती पैसा वूसल करने तक, यह प्लेटफॉर्म अवैध कामों का एक जरिया बन चुका है जिसे हैकर्स या स्कैमर्स काफी पसंद कर रहे हैं. इसकी तुलना डार्क वेब से की जा रही है. 

लीग्राम को लेकर चर्चाें तब तेज हो गई हैं जब इसे सीईओ पावेल डुरोव को शनिवार को फ्रांस में हिरासत में लिया गया. इसमें चाइल्ड हैरसमेंट कंटेंट के प्रमोशन समेत क्रिमिनल एक्टिविटी को बढ़ावा देने शामिल है. इस घटना के बाद से टेलिग्राम पर चिंता के बादल घिर आए हैं. लॉ एनफोर्समेंट समेत डिजिटल कंटेंट मॉरेशन के लिए टेलीग्राम की चुनौतियों पर ग्लोबली बात होना शुरू हो चुकी है. 

पावेल डुरोव पर लगे गंभीर आरोप:

पेरिस के एक प्रोसिक्यूटर ने कहा कि डुरोव पर जो आरोप लगाए गए हैं वो अवैध लेनदेन, चाइल्स पोर्नोग्राफी, धोखाधड़ी और अधिकारियों को सूचना देने से इनकार करने से संबंधित हैं. वहीं, कंपनी का कहना है, "यह दावा करना बेतुका है कि कोई प्लेटफॉर्म या उसका मालिक अपने ही प्लेटफॉर्म के गलत इस्तेमाल के लिए जिम्मेदार है." आपको बता दें कि डुरोव ने 2013 में अपने भाई निकोलाई के साथ मिलकर इस प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया था. टेलीग्राम का दावा है कि अब उसके 950 मिलियन यूजर्स हैं. 

ये हैं मामले: 

  • 24 जुलाई को, सिक्योरिटीज और एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने टेलीग्राम के जरिए ऑपरेट किए जाने वाले स्टॉक-प्राइस रैकेट का खुलासा किया. इस टेलिग्राम ग्रुप के मालिक पर लोगों से 20 लाख रुपये का कमीशन प्राप्त करने का आरोप लगा है. 

  • 3 मई को, भोपाल के दो लोगों को एक लोकल डॉक्टर से 38 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने टेलीग्राम का इस्तेमाल कर खुद को पुलिस अधिकारी बताया और फर्जी पूछताछ की जिसके बाद डॉक्टर से पैसे लूट लिए. 

  • 19 जून, 2023 को टेलीग्राम पर UGC-NET एग्जाम के पेपर लीक कर दिए गए थे जिसके बाद एग्जाम को रद्द कर दिया गया था. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि ओरिजिनल पेपर और जो पेपर लीक हुए हैं उन्हें मैच किया गया और ये एक दूसरे से मैच खाते हैं.