Sundar Pichai AI Plans: गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई AI को लेकर हमेशा से ही कुछ न कुछ बात करते आए हैं. इस बार सुंदर पिचाई ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) 2016 से Google पैरेंट अल्फाबेट का में फोकस रहा है. उन्होंने द सर्किट के साथ बातचीत की और कहा, “हम सर्च करने वाली पहली कंपनी नहीं थे. हम ईमेल करने वाली पहली कंपनी नहीं थे. हम ब्राउजर बनाने वाली पहली कंपनी नहीं थे. हम AI पर काम करने या बनाने की शुरुआती स्टेज में हैं इसलिए मैं AI को इस तरह देखता हूं.”
Google Gemini को लेकर जो विवाद हुआ था उसके सुंदर पिचाई ने स्वीकारा है और कहा है कि उन्होंने इसे गलत समझा था. कंपनी इन मॉडल्स के साथ ग्राउंड लेवल पर काम कर रही है और इन्हें फिर से ट्रेनिंग दी जा रही है. कंपनी इस प्रोडक्ट को बेहतर बनाने पर काम कर रही है. इसके तैयार होने के बाद ही कंपनी इसे लोगों तक पहुंचाएगी.
गूगल के भविष्य पर बात करते हुए पिचाई ने कहा, सर्च कंपनी के लिए बेहद जरूरी है. सर्च रिजल्टस के बीच जो विज्ञापन दिए जाते हैं उनसे सालाना रेवन्यू $300 बिलियन का आता है. पिचाई ने कहा, “लोग अपनी दैनिक समस्याएं सॉल्व करने की कोशिश कर रहे हैं. हमारे कई प्रोडक्ट ऐसे हैं जो यूजर्स से काफी काम आ रहे हैं. जिस तरह से गूगल एआई की तरफ रुख कर रहा है यह मार्केट के लिए काफी अच्छा है. आने वाले समय में यूजर्स के लिए काफी कुछ अच्छा आ सकता है.
गूगल में कड़े फैसले लेने पर सुंदर पिचाई ने कहा, ''मुझे लगता है कि रिएलिटी काफी अलग है. मुझे लगता है कि कंपनी जितनी बड़ी है, आप उतने ही कम डिसिजन ले सकते हैं लेकिन जब कोई फैसला लें तो वो एकदम स्पष्ट होना चाहिए और आपको पूरी कंपनी को उस तरह करना होगा और कॉन्फिडेंस में लेना होगा.
Google ले ऑफ पर सुंदर पिचाई:
Google ने हाल ही में उन दर्जनों इंजीनियरों को नौकरी से निकाल दिया है जिन्होंने इजराइली सरकार के साथ कंपनी के क्लाउड एग्रीमेंट का विरोध किया था और सुंदर पिचाई ने इस सिरे से अस्वीकार्य बताया था. उन्होंने कहा, “जो हुआ उसमें उस टॉपिक का कोई रोल नहीं था जिस पर वो बात कर रहे थे. यह इसलिए हुआ क्योंकि उनका टॉपिक पर बात करने का तरीका गलत था. मेरा मानना है इस समय AI हमारे लिए बहुत बड़ा अवसर है लेकिन इसके लिए सही फोकस का होना बेहद जरूरी है.