Headphones Side Effects: मशहूर प्लेबैक सिंगर अलका याग्निक ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने अपनी हेल्थ को लेकर अपडेट किया है. अलका याग्निक ने बताया कि उनमें एक रेयर न्यूरल नर्व हीयरिंग लॉस डायग्नोस किया गया है जिससे उन्हें कुछ सुनाई नहीं दे रहा है. इसके लिए वो मेडिकल हेल्प ले रही हैं. उन्होंने सभी को तेज म्यूजिक से दूर रहने की सलाह दी है.
कई लोग बिना हेडफोन के घर के बाहर निकलना पसंद ही नहीं करते हैं. वहीं, कई लोगों के लिए ईयरफोन्स के बिना जीवन ही नहीं होता है. अगर आप भी इन्हीं में से हैं तो हम आपको हेडफोन लगाने का साइड इफेक्ट्स बता रहे हैं जिससे आप यह समझ पाएंगे कि ज्यादा हेडफोन लगाने और लाउड म्यूजिक सुनने से आपको क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं.
ईयरफोन या हेडफोन में लगातार तेज आवाज में गाने सुनना आपकी सुनने की क्षमता को कम कर सकता है. कानों की सुनने की क्षमता 90 डेसिबल होती है, जो लगातार सुनने से घटकर 40-50 डेसिबल रह जाती है. अगर ऐसा होता है तो आप दूर की आवाजें नहीं सुन पाएंगे. साथ ही न्यूरल नर्व हीयरिंग लॉस भी हो सकता है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, म्यूजिक सुनना कानों के साथ-साथ दिल के लिए भी सही नहीं होता है. इससे दिल की धड़कन तेज हो जाती है और आपको नुकसान हो सकता है.
ईयरफोन या हेडफोन से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेब्स दिमाग पर बुरा असर डालती हैं जिससे सिरदर्द और माइग्रेन का खतरा बना रहता है. इससे नींद में खलल पड़ती है और स्लीप एपनिया हो जाता है.
ईयरफोन सीधे कान की नली में लगाए जाते हैं, जो हवा के रास्ते को बंद कर देते हैं. इससे कान में बैक्टीरिया जमने लगते हैं और फिर इंफेक्शन हो जाता है. विशेषज्ञों का सुझाव है कि एक-दूसरे के ईयरफोन इस्तेमाल नहीं करने चाहिए क्योंकि इससे हानिकारक बैक्टीरिया एक कान से दूसरे कान में जा सकते हैं.
ईयरबड साइज में बहुत छोटे होते हैं लेकिन आपके कान के परदे पर बहुत ज्यादा प्रभाव डालते हैं. जब कान में म्यूजिक चलता है तो आवाज आपके कानों से सीधा दिमाग में जाती है जिससे फोकस करने में कमी आती है.