Smartphone Addiction: भारत में 1.2 बिलियन से ज्यादा स्मार्टफोन यूजर और 950 मिलियन इंटरनेट यूजर हैं. इन इंटरनेट यूजर्स को 12 सेंट प्रति गीगाबाइट (GB) के हिसाब से किफायती इंटरनेट की सुविधा मिलती है. सस्ते स्मार्टफोन और कम कीमत वाले इंटरनेट पैक के साथ देश में डिजिटलाइजेशन काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है. इंटरनेट के ईजी एक्सेस ने भारतीयों को फोन का आदी बना दिया है जिससे लोग घंटों तक फोन देखते रहते हैं.
ग्लोबल मैनेजमेंट कंसल्टेंसी EY की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय अपने स्मार्टफोन पर पहले से कहीं ज्यादा समय बिता रहे हैं. ऐसा कहा गया है कि भारतीय यूजर सोशल मीडिया, गेमिंग और वीडियो स्ट्रीमिंग पर हर दिन करीब 5 घंटे (औसत तौर पर) पर बिता रहे हैं. इससे यह पता चलता है कि किस तरह से किफायती इंटरनेट ने डिजिटल एक्सेस को बढ़ावा दिया है.
EY रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म की बढ़ती संख्या ने पहली बार टेलीविजन को पीछे छोड़ दिया है, जो भारत के मीडिया और एंटरटेनमेंट इंस्ट्री का सबसे बड़ा सेगमेंट बन गया है. इसकी कॉस्ट 2024 में 2.5 ट्रिलियन रुपये ($29.1 बिलियन) थी. इस बीच, सोशल मीडिया, वीडियो स्ट्रीमिंग और गेमिंग ने भारतीयों के स्क्रीन टाइम पर अपना दबदबा भी बना लिया है, जिससे फोन पर लगभग 70 प्रतिशत लोग हर दिन औसत तौर पर 5 घंटे बिताते हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, भारत दैनिक मोबाइल स्क्रीन टाइम में इंडोनेशिया और ब्राजील के बाद तीसरे स्थान पर है. देश में यूजर्स द्वारा बिताए जाने वाला टोटल समय 2024 में 1.1 ट्रिलियन घंटे तक बढ़ जाता है, जिससे यह दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल मार्केट बन गया है. भारतीयों की ऑनलाइन बढ़ती मौजूदगी ने मेटा और अमेजन जैसी कंपनियों के बीच कॉम्पेटिशन शुरू कर दिया है. इसके साथ ही मुकेश अंबानी और एलन मस्क भी इस कॉम्पेटीशन का हिस्सा है.