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Pig Butchering Scam: हैकर्स ने ढूंढ निकाला हैक करने का नया तरीका, iOS-एंड्रॉइड यूजर्स का निकला दिवाला!

Pig Butchering Scam: हैकर्स ने एक और तरीका निकाला है जिससे लोगों को लूटा जा रहा है. स्कैमर्स ने आईओएस और एंड्रॉइड यूजर्स को टारगेट करने के लिए फेक ऐप्स का सहारा लिया था जिसमें लोगों को ठगा जा रहा था.

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Edited By: India Daily Live
Pig Butchering Scam
Courtesy: Freepik

Pig Butchering Scam: हैकर ने लोगों को लूटने का एक और तरीका निकाला है जिसे Pig Butchering का नाम दिया गया है. इसमें फर्जी ट्रेड ऐप्स का इस्तेमाल किया जाता है जो गूगल प्ले और एप्पल ऐप स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध हैं. एक नई रिपोर्ट के अनुसार, इन ऐप्स ने हजारों लोगों को फंसाया है. फिलहाल इन ऐप्स को दोनों प्लेटफॉर्मों पर से हटा दिया गया है. अगर आपके फोन में ये ऐप्स हैं, तो इन्हें तुरंत अनइंस्टॉल करने की सलाह दी गई है.

अब लोगों के मन में एक बड़ा सवाल आता है कि आखिर Pig Butchering क्या है. सबसे पहले तो इस तरीके में धीरे-धीरे लोगों का विश्वास जीता जाता है. आमतौर पर सोशल मीडिया या डेटिंग ऐप्स के जरिए यह किया जाता है जिसमें लोगों से इन्वेस्टमेंट कराया जाता है. स्कैमर्स लोगों को स्कैमिंग प्लेटफॉर्म पर पैसे जमा करने के लिए मनाते हैं, जिसमें हाई रिटर्न देने का दावा किया जाता है. फिर जब लोग अपना मुनाफा निकालने की कोशिश करते हैं तो उन्हें पता चलता है कि स्कैमर्स उनका पैसा लेकर फुरर हो चुके हैं. 

फर्जी ट्रेडिंग ऐप्स क्या हैं?

ग्रुप-आईबी के रिसर्चर्स ने पाया कि UniShadowTrade ऐप्स, UniApp फ्रेमवर्क का इस्तेमाल करके बनाई गई हैं. iOS पर, इस स्कैमिंग ऐप का नाम SBI-INT था. वहीं, एंड्रॉइड पर इसका नाम Finans Insights और Finans Trader6 था. इन ऐप्स को एंड्रॉइड यूजर्स ने 5,000 से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया था.

हैकरों ने यूजर्स को कैसे किया टारगेट?

इन ऐप्स ने पहले खुद को वैध तरीके से दिखाया. iOS पर, SBI-INT ने खुद को एलजेबरिक फॉर्मूला और 3डी ग्राफिक्स के जरिए वॉल्यूम एरिया कैलकुलेट करने वाली ऐप बताया था. वहीं, एंड्रॉइड ने खुद को फाइनेंशियल न्यूज एग्रीगेटर के तौर पर दिखाया था. हालांकि, एक बार इंस्टॉल करने के बाद, ये ऐप्स पीड़ितों को केवल इनवाइट कोड के जरिए ही ऐप इस्तेमाल करने का लाभ देती थीं. इसमें सोशल इंजीनियरिंग तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है. 

रिसर्चर्स का कहना है कि इन ऐप्स को ऐप स्टोर से हटा दिया गया है. हैकरों ने अब अपने डिस्ट्रीब्यूशन  के तरीके को फिशिंग वेबसाइटों में बदल दिया है. साइबर सिक्योरिटी फर्म ने यह भी बताया कि UniShadowTrade ऐप्स कई तरह के रियल क्रिप्टोक्यूरेंसी और ट्रेडिंग प्लेटफार्मों की नकल करने में सक्षम हैं. ऐसे में यूजर्स को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है.