एक फर्जी कॉल और गंवा दिए 39 लाख…! कहीं आपको तो नहीं आई ये कॉल
Parcel Scam: साइबर फ्रॉड का एक और मामला सामने आया है जिसमें एक महिला ने 39 लाख रुपये की बड़ी रकम गंवा दी. इस घटना से यह पता चलता है कि हैकर्स ने अभी तक हार नहीं मानी है और वो लगातार लोगों को लूट रहे हैं. आपको इस तरह के स्कैम से खुद को बचाकर रखना है.
Parcel Scam: साइबर फ्रॉड के कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं. हाल ही के मामले की बात करें तो मंगलुरु में एक महिला पार्सल घोटाले का शिकार हो गई, जिसमें उसने 39 लाख रुपये की बड़ी रकम गंवा दी. यह घटना ऑनलाइन स्कैम के बढ़ते चलन को दिखाती है. साथ ही इस तरह की स्कैमिंग एक्टिविटी के प्रति सतर्क रहने के महत्व को उजागर करती है. पार्सल स्कैम काफी ज्यादा आम हो गया है जिससे लोग लगातार अपनी जमा पूंजी गंवा रहे हैं.
एक रिपोर्ट के अनुसार, मंगलुरु की एक महिला को 23 सितंबर को मुंबई में DHL कूरियर ऑफिस से एक कॉल आया. सामने वाले ने अपना नाम श्रेया शर्मा बताया. कॉल पर बात करते हुए उसने कहा कि महिला के एड्रेस पर एक पार्सल भेजा गया है जिसमें कुछ ऐसा सामान जो प्रतिबंधित कैटेगरी में आता है. इस तरह का सामान कूरियर नहीं किया जा सकता है. इसमें 5 पासपोर्ट, एक लैपटॉप, अवैध ड्रग्स, बैंक डॉक्यूमेंट्स और कपड़े शामिल थे.
3 दिन के लिए किया हाउस अरेस्ट:
स्कैमर्स ने महिला को डराते हुए कहा कि उसे इसके लिए गिरफ्तार किया जाएगा जिससे वो घबरा गई. फिर जैसा-जैसा स्कैमर बोलते रहे महिला वैसा-वैसा करती गई. अगले तीन दिनों में, उसने स्कैमर्स को उनके दिए गए बैंक अकाउंट्स में RTGS (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) के जरिए 37 लाख रुपये के कई ऑनलाइन ट्रांसफर किए. यह शुल्क कस्टम ड्यूटी के तौर पर लिए गए.
26 सितंबर को, स्कैमर्स ने महिला को फिर से कॉन्टैक्ट किया. इसमें कहा गया कि ऑडिटर को प्रॉपर्टी वेरिफिकेशन प्रोसेस के लिए एक्स्ट्रा 2.3 लाख रुपये की जरूरत है. महिला को अब भी यही लग रहा था कि यह सब सही हो रहा है. उसने फिर से ये पैसा एचडीएफसी बैंक के जरिए ट्रांसफर कर दी.
जब इसके बाद महिला को कॉन्टैक्ट नहीं किया गया तब उसे एहसास हुआ कि उसे साइबर फ्रॉड का शिकार बनाया गया है. महिला ने 28 सितंबर को मंगलुरु ईस्ट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. फिलहाल मामले की जांच जारी है.