अब IAS अधिकारी बन जाएगा AI बॉट? UPSC के पेपर में ले आया 200 में से 175 नंबर

PadhAI Chatbot: हाल ही में हुई संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में एक एआई चैटबॉट ने कमाल कर दिया है. आईआईटीयन्स के समूह द्वारा बनाए गए इस बॉट ने प्रीलिम्स एग्जाम में ओपेनएआई के चैटजीपीटी को भी पीछे छोड़ दिया. इसने UPSC प्री एग्जाम में 200 में से 175 नंबर हासिल किए. PadhAI के फाउंडिंग मेंबर का कहना है कि इस बॉट को यूपीएससी के नेचर को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है.

Imran Khan claims
Social Media

PadhAI Chatbot: संघ लोक सेवा आयोग ( सिविल सेवा परीक्षा ) UPSC के एग्जाम में हर साल लाखों अभ्यर्थी भाग लेते हैं लेकिन महज कुछ हजार लोग ही उसकी प्रारंभिक परीक्षा क्लियर कर पाते हैं. इस दौरान एआई चैटबॉट ने प्रीलिम्स एग्जाम में 200 में से 175 अंक लाकर सभी को हैरान कर दिया. हाल ही में हुए प्रीलिम्स एग्जाम को एआई चैटबॉट ने हल किया और सटीकता के साथ 100 में से 94 प्रश्न सॉल्व कर डाले. PadhAI चैटबॉट के इस कारनामे से हर कोई हैरान है. कोचिंग संस्थान और स्टूडेंट जहां इसको लेकर परेशान हैं तो इसके फाउंडर इसे यूपीएससी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए वन स्टॉप डेस्टिनेशन करार दे रहे हैं. 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ऐप PadhAI ने 100 में से 94 प्रश्न हल किए.  यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2024 के लिए विभिन्न कोचिंग संस्थानों - वाजीराम, विजन आईएएस, फिजिक्स वाला की ओर से जारी की गई आंसर की का यूज करते हुए, बॉट ने 170 से 185 के मध्य अंक प्राप्त किए. दि प्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, PadhAI चैटबॉट को आईआईटी बॉम्बे और कानपुर के स्टूडेंट्स द्वारा बनाया गया है. खास बात तो यह थी कि इस बॉट ने एग्जाम को मात्र 7 मिनट में ही हल कर दिया. 

फेल हो गया OpenAI का ChatGPT

आईआईटीयन्स के एक समूह द्वारा बनाए गए इस ऐप ने उम्मीदवारों के साथ ही, लगभग 11:35 बजे, नई दिल्ली के द ललित में एजुकेशन फील्ड के दिग्गज शिक्षकों, यूपीएससी प्रोफेशनल्स औप जर्नलिस्ट के बीच एग्जाम दिया और इतना स्कोर किया. हालांकि इस एग्जाम में ओपनएआई का चैटजीपीटी मात्र 75 नंबर ही स्कोर कर सका. 

 UPSC के नेचर का रखा ध्यान 

PadhAI के फाउंडर मेंबर सिद्धांत काबरा का कहना है कि इस चैटबॉट के निर्माण में हमने यूपीएससी के नेचर को ध्यान में रखा है. हमारा एआई मॉडल UPSC की आवश्कताओं के अनुसार डिजाइन किया गया है. हमने अपने एआई मॉडल को करेंट अफेयर और कई विषयों में ट्रेन्ड है. काबरा ने कहा कि इस एआई मॉडल को हम दूसरी परीक्षाओं में भी इस्तेमाल करने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस ऐप में न्यूजपेपर समरी, पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र, एनसीईआरटी बुक्स जैसी सभी जरूरी पाठ्य सामग्री उपलब्ध है जो स्टूडेंट्स की तैयारी करने में मदद करेगा. 


 

India Daily