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हाथ-पैर काम ही नहीं करते, एक न्यूरा चिप से सबकुछ सीख रहा है ये लड़का, समझिए कैसे हुआ चमत्कार

Neuralink Implant: एलन मस्क की कंपनी न्यूरालिंक ने जिस पहले व्यक्ति में चिप इम्प्लांट की थी वो अब इसकी मदद से फ्रेंच और जापानी सीखने के साथ-साथ अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान दे रहा है. इसके साथ ही कई और काम भी करता है. इन्होंने अपना पूरा एक्सपीरिंयस शेयर किया है, चलिए जानते हैं इसके बारे में.

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Edited By: India Daily Live
noland arbaugh
Courtesy: Instagram

Neuralink Implant: नोलैंड आर्बॉग वो पहले व्यक्ति थे जिनमें सबसे पहले न्यूरालिंक इम्प्लांट किया गया था. ये कई बार अपने एक्सपीरियंस को शेयर कर चुके हैं. इन्होंने हाल ही में X प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए अपने इम्प्लांट को प्यार से Eve नाम दिया है. इन्होंने अपनी सर्जर के सात महीने बाद अपने एक्सपीरियंस को विस्तार से बताया. बता दें कि आर्बॉग टेक्सास में स्टूडेंट और एथलीट थे. 2016 में एक दुर्घटना में उनके कंधे से नीचे का हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया था. यह दुर्घटना तब हुई थी जब वो समर कैंप काउंसलर के तौर पर काम कर रहे थे.

आर्बॉग हर दिन न्यूरालिंक के फीचर्स के साथ लगभग 4 घंटे बिताते हैं जहां वे अपने इंप्लांट का इस्तेमाल कर अलग-अलग काम करते हैं. इसकी मदद से ये टाइपिंग करने जैसे काम करते हैं. उन्होंने स्क्रीन पर कीस्ट्रोक्स बनाने के लिए अपने दिमाग का इस्तेमाल कर पेंसिल पकड़ने पर फोकस किया और इसमें कामयाब भी रहे.

इस तरह करते हैं आर्बॉग इस इंप्लांट का इस्तेमाल:

अपने निजी समय में, आर्बॉग अपने न्यूरालिंक इम्प्लांट का इस्तेमाल पढ़ाई और क्रिएटिव कामों के लिए कर रहे हैं. हर दिन करीब 3 घंटे वो फ्रेंच और जापानी सीखने में लगाते हैं. इसके अलावा वह स्कूल में वापसी करने की तैयारी पीटरसन अकादमी के साथ भी कर रहे हैं. वो यहां से मैथ्स कॉन्सेप्ट्स पर काम कर रहे हैं. आर्बॉग को पढ़ना भी पसंद है और वो ब्रैंडन सैंडरसन, स्टीग लार्सन, जेआरआर टोल्किन और विक्टर ह्यूगो जैसे ऑथर्स को अक्सर पढ़ना पसंद करते हैं.

आर्बॉग अपने इम्प्लांट का इस्तेमाल बाइबल पढ़ने के लिए करता है. वो स्कूल वापस जाकर अपनी पढ़ाई पूरी करने के बारे में विचार कर रहा है जिसके बाद जॉब करना, चैरिटी शुरू करना और अपने माता-पिता के लिए घर बनाने का भी सपना देखना शामिल है.