इंसानों को सुपरपावर देंगे एलन मस्क, न्यूरालिंक का सेकेंड इम्प्लांट सफल!

Neuralink Second Chip Implant: एलन मस्क के न्यूरालिंक ने दूसरे लकवाग्रस्त मरीज में चिप इम्प्लांट की है जिसके जरिए दिमाग से आप डिजिटल डिवाइसेज को कंट्रोल कर सकते हैं. न्यूरालिंक इस साल क्लिनिकल ट्रायल के हिस्से के तौर पर 8 और डिवाइस में इम्प्लांट करने की योजना बना रहा है. 

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Neuralink Second Chip Implant: न्यूरालिंक का सेकेंड इम्प्लांट सफल  हो गया है और इसकी जानकारी खुद टेस्ला के सीईओ ने पॉडकास्ट में दी है. एलन मस्क के न्यूरालिंक ने दूसरे मरीज में ब्रेन इम्प्लांट लगाया है. मस्क के अनुसार, ब्रेन इम्प्लांट को लकवाग्रस्त मरीजों के लिए किया जा रहा है. मस्क ने पॉडकास्ट होस्ट लेक्स फ्रिडमैन को बताया कि जिस दूसरे व्यक्ति के दिमाग में ब्रेन इम्प्लांट की गई है उसके रीढ़ की हड्डी में चोट लगी थी, जो पहले मरीज की तरह ही थी.

न्यूरालिंक ने इस साल जनवरी में पहले मरीज नोलैंड आर्बॉग में अपना ब्रेन चिप लगाया. इसके बाद से व्यक्ति अपने दिमाग की मदद से वीडियो गेम खेलने, इंटरनेट ब्राउज करने, सोशल मीडिया पर पोस्ट करने और अपने लैपटॉप पर कर्सर घुमाने में सक्षम थे. 

दूसरे मरीज की सर्जरी कितनी रही सफल: 

मस्क ने पॉडकास्ट के दौरान कहा, "मैं पहले वाले व्यक्ति को बदकिस्मत नहीं बनाना चाहता, लेकिन ऐसा लगता है कि दूसरे इम्प्लांट के साथ यह काफी अच्छा रहा है." उन्होंने कहा, "बहुत सारे सिग्नल हैं, बहुत सारे इलेक्ट्रोड हैं. यह बहुत अच्छा काम कर रहा है." न्यूरालिंक वेबसाइट के अनुसार, इसके इम्प्लांट में 1024 इलेक्ट्रोड का इस्तेमाल किया गया है जिनमें से 400 इलेक्ट्रोड काम कर रहे हैं. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि न्यूरालिंक ने दूसरे मरीज की सर्जरी कब की.

पॉडकास्ट में नोलैंड आर्बॉग भी मौजूद थे, जहां उन्होंने बताया कि ब्रेन चिप ने उन्हें किस तरह से मदद की है. आर्बॉग ने कहा कि इम्प्लांट के साथ अब वह केवल यह सोच सकते हैं कि वह कंप्यूटर स्क्रीन पर क्या करना चाहते हैं. वो जो करना चाहते है डिवाइस उसे पूरा कर देती है. 

इस चिप के अलावा कंपनी के पास एक रोबोट भी है. यह सुई की मदद से न्यूरालिंक चिप से निकलने वाले तार को दिमाग में सिलेगा. मस्क का कहना है कि यह प्रोसेस लैसिक सर्जरी की तरह ही होगा और यह काफी आसान होगा.