खुशखबरी! अब नहीं आएंगे फर्जी कॉल्स? TRAI के आदेश पर बैन हुए लाखों फेक कॉलर्स, समझें पूरी बात

TRAI: अनचाहे कॉल्स करके लोगों को परेशान करने वालों पर एक्सेस प्रोवाइडर्स ने बड़े स्तर पर कार्रवाई की है. TRAI के निर्देशों के बाद लगभग ढाई लाख ऐसे नंबर बंद कर दिए हैं जिनका इस्तेमाल करके लोगों को फोन किया जाता था और अपने प्रोडक्ट का प्रचार किया जाता था. TRAI ने इस बारे में सख्त चेतावनी भी जारी की है.

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अगर आप भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं तो दिनभर में दो-चार फोन कॉल ऐसे जरूर आते होंगे, जो फर्जी होते हैं. कई बार ऐसे ही फोन कॉल लोगों को चूना भी लगा देते हैं. ऐसे ही फोन कॉल्स को रोकने के लिए टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने एक्सेस प्रोवाइडर कंपनियों को निर्देश जारी किए थे. अब इन कंपनियों ने बड़े स्तर पर कार्रवाई की है. इसके तहत 2.75 लाख सेशन इनिशिएशन प्रोटोकॉल (SIP)/मोबाइल नंबर या अन्य सिस्टम को ब्लॉक कर दिया गया है.

इस बारे में TRAI ने एक बयान जारी करके कहा है, 'यह देखा गया है कि स्पैम कॉल्स की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. जनवरी से जून 2024 तक ही अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स (UTMs) से जुड़ी कॉल्स की लगभग 7.9 लाख शिकायतें आ चुकी हैं. इसे बेहद गंभीरता से लेते हुए TRAI ने 13 अगस्त 2024 को सभी एक्सेस प्रोवाइडर्स को एक निर्देश जारी किया था. TRAI ने सभी एक्सेस प्रोवाइडर्स को कहा है कि वे तत्काल प्रभाव से उन प्रमोशनल कॉल्स को बंद करें जो SIP, PRI या अन्य तरीकों से गैरपंजीकृत टेलीकॉलर्स की ओर से की जजा रही हैं.'

TRAI के आदेश पर हुआ एक्शन

TRAI ने यह भी कहा है, 'इस आदेश के पालन करते हुए एक्सेस प्रोवाइडर्स ने सख्त कार्रवाई की है और 50 इकाइयों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है. इसके अलावा 2.75 लाख SIP DID/मोबाइल नंबरों/टेलीकॉम संसाधनों को बंद कर दिया गया है.' यह कार्रवाई टेलिकॉम कम्युनिकेशन कस्टमर प्रेफरेंस रेगुलेशंस, 2018 के तहत की गई है. साथ ही, यह भी कहा गया हगै कि अगर कोई UTM इन संसाधनों का गलत इस्तेमाल करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और उसे दो साल तक के लिए ब्लैकलिस्ट भी किया जा सकता है.

SIP, PRI क्या हैं?

SIP का मतलब सेशन इनिशिएशन प्रोटोकॉल है और PRI का मतलब प्राइमरी रेट इंटरफेस है. यह PRI एक ऐसा सिस्टम है जो कॉल्स को पब्लिक स्विच्ड टेलिफोन नेटवर्स (PSTN) से कनेक्ट करता है. ऑनलाइन होने और इंटरनेट से चलने की वजह से इसी SIP कॉलिंग का इस्तेमाल करके व्यापक स्तर पर कॉलिंग की जाती है. इसमें मल्टिपल चैनल्स का इस्तेमाल करके कॉलिंग की जाती है जिसके चलते कम संसाधन में भी बड़े स्तर पर कॉलिंग हो जाती है. लोगों को चूना लगाने वाले स्कैमर और अनचाही कॉल करके अपना प्रचार करने वाले लोग ऐसे ही SIP का इस्तेमाल करते हैं.

जहां SIP कॉलिंग इंटरनेट के जरिए होती है, वहीं PRI के लिए एक फिजिकल कनेक्शन जरूरी होती है. यही वजह है कि एक तय क्षमता के आगे इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.