Lottery Scam: केरल पुलिस ने फर्जी लॉटरी से जुड़े ऐप और विज्ञापनों को लेकर गूगल, मेटा को नोटिस भेजा है. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने गूगल से अपने प्ले स्टोर पर मौजूद 60 फर्जी लॉटरी ऐप को हटाने के लिए कहा है. मेटा को भी इसी तरह का एक नोटिस भेजा गया है. मेटा से कहा गया है कि वो अपने प्लेटफॉर्म फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम से ऐसी फर्जी लॉटरी के विज्ञापन हटाए.
एक प्रेस रिलीज में, राज्य पुलिस मीडिया सेंटर (एसपीएमसी) ने कहा कि केरल मेगामिलियन लॉटरी और केरल समर सीजन धमाका के नाम से कुछ फेक विज्ञापन दिखा जा रहे हैं. ये लगातार व्हाट्सएप, टेलीग्राम और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किए जा रहे हैं. इस तरह के विज्ञापन में दावा किया गया है कि ये राज्य सरकार इन लॉटरी को चला रही है. साइबर क्राइम डिपार्टमेंट के अनुसार, पुलिस को 60 ऐप्स, 25 फेक फेसबुक प्रोफाइल और 20 वेबसाइट मिलीं हैं जो स्कैम से जुड़ी हुई हैं.
पुलिस के अनुसार, लोगों को एक मैसेज भेजा जा रहा है जिसमें कहा गया है कि केरल सरकार ने ऑनलाइन लॉटरी की सर्विस शुरू की है जिसमें 40 रुपये खर्च करने पर 12 करोड़ रुपये तक जीतने का मौका मिलेगा. जैसे ही कोई व्यक्ति भेजे गए नंबर पर 40 रुपये भेजता है तो उसे व्हाट्सऐप पर एक फेक लॉटरी टिकट भेजा जाता है.
इसके बाद स्कैमर्स लोगों को इस स्कीम पर विश्वास दिलाने के लिए कई और काम करते हैं. इसमें कुछ प्रूफ्स भेजे जाते हैं जिसमें कहा जाता है कि उनके टिकट ने 5 लाख रुपये का पुरस्कार जीते हैं. फिर एक स्कैमर व्यक्ति को कॉल करता है और पैसे क्लेम करने के लिए जीएसटी और स्टाम्प ड्यूटी देने के लिए कहता है. इसके लिए बैंक अकाउंट डिटेल्स भी भेजी जाती हैं. इसी अकाउंट में पैसा भेजने के लिए कहा जाता है.
प्रेस रिलीज में बताया गया है, "लोगों को हर कदम पर इस ऑफर पर यकीन दिलाने के लिए फेक डॉक्यूमेंट्स और वीडियो भी भेजे जाते हैं. साथ ही कहते हैं कि आरबीआई ने पैसे रोके हुए हैं. यह पैसे तभी रिलीज होंगे जब वो जीएसटी और स्टाम्प ड्यूटी का पेमेंट कर देंगे. फिर व्यक्ति को पेमेंट करने के लिए मजबूर होना पड़ता है.