Mobile Phone EMI Tips: EMI पर मोबाइल फोन खरीदना आजकल नॉर्मल हो गया है. इसके जरिए महंगा फोन भी आ जाता है और हर महीने की किश्तों में पैसों का पता भी नहीं चलता है. हालांकि, EMI प्लान चुनने से पहले, आपको कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए जिससे आपको किसी तरह का नुकसान न हो जिसमें अलग-अलग लेंडर और उनकी शर्तों की तुलना करने से लेकर ब्याद तक कई बातें शामिल हैं.
आपको अपने बजट को देखना होगा जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि आप मंथली पेमेंट आराम से कर पाएंगे. इसी तरह की कुछ जरूरी बातें हैं जिनका ख्याल आपको रखना बेहद ही जरूरी हो जाता है. चलिए जानते हैं. EMI पर फोन खरीदते समय किन बातों का ख्याल रखना चाहिए.
सबसे बढ़िया डील की तलाश में इधर-उधर न घूमना: कई लेंडर और रिटेलर मोबाइल फोन के लिए EMI फाइनेंसिंग का ऑप्शन देते हैं. लोन चुनने से पहले अलग-अलग ऑप्शन्स में ब्याज दर, प्रोसेसिंग फीस और नियम व शर्तों की तुलना करें जिससे आपको बेस्ट डील मिल पाए और थोड़े पैसे भी बच जाएं.
अपने बजट के बारे में न सोचना: EMI पर फोन खरीदना आसान है लेकिन हर महीने उसे देना मुश्किल है. नए फोन के लिए बजट बनाते समय ब्याज और शुल्क समेत लोन अमाउंट को ध्यान में रखें. सुनिश्चित करें कि EMI आपके मंथली बजट में आराम से फिट हो जाए.
इंटरेस्ट रेट: किसी भी लोन एग्रीमेंट पर साइन करने से पहले फाइन प्रिंट को ध्यान से पढ़ना चाहिए. इंटरेस्ट रेट, प्रोसेसिंग फीस को समझें. EMI प्लान का टेन्योर, बिना पेनाल्टी के प्रीपेमेंट करने की सुविधा और पेमेंट वापस करने की सभी शर्तों पर ध्यान दें.
मंथली पेमेंट कमर कनरे के लिए लोन टेन्योर को बढ़ाना: कई बार लोन की किश्त को कम करने के लिए लोग उसका टेन्योर बढ़ा लेते हैं. इससे आपकी मुश्किलें कम नहीं होती बल्कि बढ़ जाती हैं. इससे आपको ज्यादा ब्याज देना पड़ता है.
इंश्योरेंस न लेना: अगर आपका फोन खराब हो गया है, टूट गया या चोरी हो जाता है, और आप की EMI अभी तक जा रही है तो लोन चुकाने की जिम्मेदारी आपकी ही होगी. इस तरह की स्थिति से बचने के लिए आपको फोन इंश्योरेंस लेना होगा.