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India Daily

ISRO 2025: गगनयान, निसार और भी बहुत सारे, 2025 में इसरो के धमाकेदार प्लान्स

इसरो ने साल 2024 तक कई कारनामें अपने नाम किए. साल 2025 का कैलेंडर अभूतपूर्व मिशनों से भरा पड़ा हुआ है. जिसमें गगनयान मानवरहित उड़ान और निसार उपग्रह प्रक्षेपण शामिल हैं.

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Edited By: Reepu Kumari
ISRO 2025
Courtesy: Pinteres

ISRO 2025: भारत का लक्ष्य 2025 में अंतरिक्ष में उच्च आकांक्षाएं हासिल करना है, इसरो मिशन और तकनीकी प्रगति में एक बड़े वर्ष के लिए तैयार है. पहले से ही कई प्रक्षेपणों की योजना के साथ, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन मानव रहित उड़ानों से लेकर उन्नत पृथ्वी अवलोकन तकनीकों तक सब कुछ कर रहा है.

इनमें कुछ अधिक रोमांचक मिशन शामिल हैं - गगनयान कार्यक्रम की मानव रहित उड़ान, एक शक्तिशाली पृथ्वी अवलोकन उपग्रह, और क्वांटम संचार में प्रगति। इस साल हम इसरो से क्या उम्मीद करते हैं.

गगनयान कार्यक्रम

 इसरो गगनयान कार्यक्रम के तहत अपने पहले मानवरहित मिशन, जी1 के लिए तैयार है। यह मिशन भविष्य के मानवयुक्त मिशनों के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण प्रणालियों का प्रदर्शन करेगा, जैसे कि मानवरूपी व्योममित्र और उन्नत C32 क्रायोजेनिक इंजन.

IDRSS-1 के साथ संचार को बढ़ावा

 आगामी मिशनों के लिए 100% क्रू संचार सुनिश्चित करने के लिए, इसरो भारत डेटा रिले सैटेलाइट सिस्टम (IDRSS-1) लॉन्च करेगा। यह सिस्टम अंतरिक्ष यान को निरंतर संचार में रहने में मदद करेगा, भले ही वे पृथ्वी से बहुत दूर हों.

टेस्ट व्हीकल डेमोन्स्ट्रेशन 2 (TVD2)

एक और बड़ा परीक्षण TVD2 है, जो आपातकालीन स्थितियों में चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित रूप से वापस लाने के लिए डिज़ाइन किए गए इन-फ्लाइट एबॉर्ट सिस्टम की जाँच करेगा. यह मिशन एबॉर्ट सिस्टम को अधिक गति और ऊँचाई पर ले जाएगा, जिससे अधिक यथार्थवादी स्थितियाँ पैदा होंगी.

पृथ्वी अवलोकन उपग्रह निसार

नासा के सहयोग से इसरो अब तक का सबसे शक्तिशाली पृथ्वी अवलोकन उपग्रह निसार लॉन्च कर रहा है. यह पृथ्वी की सतह में होने वाले परिवर्तनों पर अत्यंत सटीकता से नजर रखेगा, जिससे बर्फ पिघलने और प्राकृतिक आपदाओं जैसे पर्यावरणीय परिवर्तनों पर नज़र रखने में मदद मिलेगी.

क्वांटम और इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन

 टीडीएस01 उपग्रह क्वांटम संचार और उन्नत इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन करेगा. ये नवाचार उपग्रह की दक्षता बढ़ाएंगे और अंतरिक्ष में सुरक्षित संचार करेंगे.

इसरो का 2025 का कैलेंडर ऐसे मिशनों से भरा पड़ा है जो अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी की सीमाओं को आगे बढ़ाने और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को एक रोमांचक नए पथ पर स्थापित करने का वादा करते हैं.