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India Daily

जानें क्या है Deep Tech जिसके लिए सरकार ने खोल दिया बजट में अपना खजाना

Budget 2024: वित्त मंत्री ने बजट भाषण में डीप टेक स्टार्टअप के लिए खजाना खोलने की बात कही है. वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार डीप टेक स्टार्टअप या टेक स्टार्टअप के लिए 1 लाख करोड़ रुपये देगी. उन्होंने कहा कि डीप टेक की मदद से रक्षा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनने में हमें खासी मदद मिलेगी. 

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Edited By: Shubhank Agnihotri
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हाइलाइट्स

  • सरकार करेगी डीप टेक स्टार्टअप में मदद 
  • आसान भाषा में डीप टेक को जानिए 

Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में केंद्र सरकार का अंतरिम बजट पेश कर दिया है. बजट में आयकर को लेकर किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ है. सरकार ने न ही टेक और ऑटो सेक्टर में भी कोई बड़ा वादा नहीं किया है. सीतारमण ने अपने बजट भाषण में जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान के नारे को आगे बढ़ाते हुए नया नारा जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान जरूर कर दिया. 

सरकार करेगी डीप टेक स्टार्टअप में मदद 

वित्त मंत्री ने आगे कहा कि खेती और बिजनेस में तकनीक का खासा उपयोग हो रहा है. सरकार इसमें मदद और सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है. वित्त मंत्री ने डीप टेक स्टार्टअप के लिए खजाना खोलने की बात कही है. वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार डीप टेक स्टार्टअप या टेक स्टार्टअप के लिए 1 लाख करोड़ रुपये देगी. यह रकम  ब्याज मुक्त या फिर बहुत ही कम ब्याज दर पर दी जाएगी. सीतारमण ने आगे यह भी कहा कि डीप टेक की मदद से रक्षा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनने में हमें खासी मदद मिलेगी. 

आइए अब यह समझ लेते हैं कि आखिर यह डीप टेक क्या है? 

वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि हमारे तकनीक के लिहाज से युवाओं के लिए यह स्वर्णिम युग होगा. सराकर इसके लिए एक लाक करोड़ रुपये का कोष स्थापित करेगी. इसके अलावा सरकार डीप टेक स्टार्टअप के लिए पचास साल तक ब्याज मुक्त लोन भी मुहैया कराएगी. यह कोष लंबी अवधि कम ब्याज दर या शून्य ब्याज दरों पर प्रदान किए जाएंगे. वित्त मंत्री ने अपने भाषण में आगे यह भी कहा कि हमारे यूथ को तकनीकी शक्ति बनाने के लिहाज से यह कोष महत्वपूर्ण साबित होगा. रक्षा क्षेत्र में भी डीप टेक की मदद ली जाएगी.

आसान भाषा में डीप टेक को जानिए 

डीपटेक कोई नया शब्द नहीं है. इसका मतलब आप आसान भाषा में एडवांस टेक्नोलॉजी से समझ सकते हैं. इसमें मॉडर्न चीजें शामिल होती हैं जैसे - कंप्यूटिंग, रोबोटिक्स और ब्लॉकचेन, मशीन लर्निंग आदि. इसके अलावा इसके तहत जैव प्रौधोगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता को भी शामिल किया जाता है. आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए तो साल 2021 में भारत में 3000 से ज्यादा डीपटेक स्टार्टअप थे.