iPhone 16 Series BAN: इंडोनेशिया ने Apple के 100 मिलियन डॉलर के इन्वेस्टमेंट ऑफर को रिजेक्ट कर दिया है. सरकार का कहना है कि Apple को iPhone 16 की बिक्री पर लगे प्रतिबंध को हटाने से पहले और ज्यादा बातचीत की जरूरत है. इंडस्ट्री मिनिस्टर अगुस गुमिवांग कार्तासास्मिता ने Apple की इनवेस्टमेंट पॉलिसी पर आलोचना करते हुए कहा कि Apple ने वियतनाम में बड़े पैमाने पर निवेश किया है, लेकिन इंडोनेशिया में काफी कम निवेश कर रहा है जबकि ये बड़ा बाजार है. उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि Apple यहां बिजनेस करने लौटे, लेकिन हमें एक सही समाधान की जरूरत है." इसके साथ ही उन्होंने Apple से अपनी टीम भेजने की मांग की है.
अगर आपको नहीं पता है तो बता दैं कि इंडोनेशिया में iPhone 16 की बिक्री पर रोक लगने का कारण Apple का लोकल कंटेंट नियमों का पालन न करना है. इन नियमों के तहत, फोन के 40% कंपोनेंट्स को देश में ही बनाना जरूरी है. सरकार लोकल मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए और ज्यादा निवेश की उम्मीद कर रही है.
Apple का 100 मिलियन डॉलर का इन्वेस्टमेंट ऑफर इंडोनेशियाई अधिकारियों ने कम बताया है. सरकार ने Apple से 2023 में किए गए वादे को पूरा करने के लिए कहा है. साथ ही 2024-2026 के लिए ज्यादा ऑफर देने की बात कही है. इसके साथ ही, सरकार ने यह भी कहा है कि Apple को इंडोनेशिया में एक मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए कहा है.
यह पहली बार नहीं है जब इंडोनेशिया ने विदेशी टेक कंपनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है. इससे पहले, इंडोनेशिया ने गूगल पिक्सल फोन पर भी बैन लगाया था और टिकटॉक के शॉपिंग फीचर पर भी बैन लगा दिया था. हालांकि, Apple कंपनी इंडोनेशिया के स्मार्टफोन मार्केट में प्रमुख प्लेयर नहीं है. लेकिन यहां की जनता समय के साथ बदल रही है और एप्पल के प्रोडक्ट्स को अपना रही है. अब देखना यह होगा कि एप्पल कंपनी इंडोनेशिया की इस मांग पर क्या जवाब देती है.