Android Features: आजकल स्मार्टफोन का इस्तेमाल इतना आम हो गया है कि इसके बिना दिन पूरा ही नहीं होता है. हालांकि, एक समय ऐसा भी आता है जब फोन की लत बहुत ज्यादा हो जाती है और लोग अपने दिन का ज्यादातर समय फोन के साथ ही बिताते हैं जो बिल्कुल भी सही नहीं है. ऐसे में फोन की लत को कम करना जरूरी हो जाता है. इस काम में आपकी मदद गूगल कर सकता है. गूगल ने एंड्रॉइड डिवाइसों के लिए एक नया फीचर पेश किया है, जिसे स्क्रीन टाइम रिमाइंडर्स (Screen Time Reminders) कहा जाता है.
यह फीचर डिजिटल वेलबीइंग (Digital Wellbeing) टूल का हिस्सा है, जो हमें यह जानने में मदद करता है कि हम अपने स्मार्टफोन का इस्तेमाल किस तरह और कितना कर रहे हैं. इस फीचर को कैसे इस्तेमाल करना है और यह क्यों जरूरी है, ये हम आपको यहां बताएंगे.
अगर आपने पहले कभी डिजिटल वेलबीइंग का इस्तेमाल नहीं किया है, तो आप इसे अपने फोन के सेटिंग्स में देख सकते हैं. इसके तहत आपको दिन भर के फोन यूसेज की डिटेल्स मिलेंगे कि आप किन-किन ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं, कितनी बार नोटिफिकेशंस आई हैं और कितनी बार आपने फोन अनलॉक किया है. आप View Activity Details पर क्लिक करके इस जानकारी को चेक कर सकते हैं.
अब, स्क्रीन टाइम रिमाइंडर्स को सेट करने के लिए आपको डिजिटल वेलबीइंग के मेन स्क्रीन पर जाकर Screen Time Reminders ऑप्शन पर टैप करना होगा. गूगल के अनुसार, यह रिमाइंडर्स कभी-कभी दिखाई देते हैं और इन्हें एक्टिव करने का कोई निर्धारित समय नहीं है. जब आप इसे ऑन करेंगे, तो आप जिस ऐप का इस्तेमाल ज्यादा समय तक करेंगे, उसके लिए एक हल्का-सा रिमाइंडर दिखाई देगा. यह रिमाइंडर ऐप के इस्तेमाल के 15 से 25 मिनट बाद स्क्रीन के ऊपर एक बार दिखेगा. इस बार पर टैप करके आप ऐप यूसेज का टाइम देख सकते हैं. अगर आप चाहें तो रिमाइंडर को उस ऐप के लिए बंद भी कर सकते हैं.
डिजिटल वेलबीइंग में और भी कुछ ऐसे फीचर्स हैं जिनकी मदद से आप अपने ऐप्स के लिए टाइम लिमिट सेट कर सकते हैं. इसके लिए आपको App limits पर टैप करना होगा और फिर उस ऐप का चयन करना होगा जिसका इस्तेमाल आप लिमिट करना चाहते हैं. इसके बाद, आप उस ऐप के लिए टाइम लिमिट सेट कर सकते हैं, जो 5 मिनट से लेकर 23 घंटे 55 मिनट तक हो सकता है. जब आप तय समय सीमा के बाद उस ऐप का इस्तेमाल करेंगे, तो ऐप स्क्रीन ग्रे हो जाएगी और आप उसे उस दिन के लिए इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. इस तरह से आप अपने फोन की लत को कुछ कम कर पाएंगे.