AI Disadvantages: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक ऐसा सेक्टर है जो कंप्यूटर और मशीनों को ह्यूमन जैसी इंटेलिजेंस देती है और इसी से जुड़े काम करने की क्षमता प्रदान करती है. इस टेक्नोलॉजी की मदद से कंप्यूटर सिस्टम को सोचने, समझने, सीखने और समस्याओं को हल करने की क्षमता मिलती है. आज के समय में इसका इस्तेमाल काफी तेजी से हो रहा है और लोग इसे अपना भी रहे हैं. यह जितनी फायदेमंद तकनीक है उतनी ही खतरनाक भी है.
यह तकनीक कितनी खतरनाक हो सकती है, इसके बारे में कम ही लोग जानते हैं. क्योंकि कई लोग इसका गलत इस्तेमाल कर भ्रामक कंटेंट फैला रहे हैं. यह समाज के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है. ऐसे में हम आपको यहां बता रहे हैं कि अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सही से इस्तेमाल न किया जाए तो यह खतरनाक साबित हो सकता है.
अगर AI सिस्टम बहुत ही ज्यादा मुश्किल नहीं बनाया जा सकता है क्योंकि अगर ये ज्यादा कठिन बन जाएगा तो यह कंट्रोल करना भी मुश्किल हो जाएगा कि कोई इसका गलत इस्तेमाल न कर लें. इस तरह से एआई गलत फैसले भी ले सकता है.
AI का इस्तेमाल पर्सनल डाटा को इक्ट्ठा करना और उसे एनालिसिस करने के लिए किया जाता है. इससे पर्सनल प्राइवेसी पर प्रभाव पड़ सकता है.
अगर AI अपने आप ही फैसले लेने लगे तो यह संभव है कि उनके फैसले ह्यूमन वैल्यूज के खिलाफ हो सकती हैं.
AI की वजह से कई काम अपने आप ही हो सकते हैं ऐसे में बेरोजगारी बढ़ने की संभावना है.
AI सिस्टम की सटीकता और भरोसेमंदता पर भी सवाल उठ सकते हैं, खासकर जब वे जरूरी फैसलों में शामिल होते हैं.
एआई का सही इस्तेमाल किसी भी गलत काम के लिए न करें. केवल प्रोडक्टिव काम के लिए ही इस्तेमाल करें. अगर आपको कभी कुछ गलत दिखता है तो उसे रोकने के लिए कदम उठाएं. एआई के फैसलों को ट्रांसपेरेंट बनाएं जिससे यूजर्स समझ सकें कि फैसला कैसे लिया गया है. एआई प्रोसेस की सुरक्षा को मजबूत बनाना बेहद जरूरी है जिससे हैकिंग और अनऑथराइज्ड एक्सेस से बचा जा सके.