Microsoft Edge Warning: इलेक्ट्रॉनिक्स और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय के एक डिवीजन CERT-In ने चेतावनी दी है. एजेंसी ने कहा है कि Microsoft Edge ब्राउजर यूजर्स की डिवाइस खतरे में है. इनके अनुसार, एज ब्राउजर में कुछ कमियां देखी गई हैं जिनके चलते हैकर्स को यूजर की सभी सेंसिटिव जानकारी मिल जाती है. साथ ही हैकर्स डिवाइस को हैक कर टारगेटेड सिस्टम में मनमाना कोड इंस्टॉल कर देते हैं.
CERT-In ने बताया कि 126.0.2592.81 से पहले के Microsoft Edge वर्जन इन खामियां से प्रभावित हैं. जो यूजर ब्राउजर के पुराने वर्जन चला रहे हैं उन्हें अपने सिस्टम की सिक्योरिटी को लेकर तुरंत कार्रवाई कर लेनी चाहिए. चलिए जानते हैं इन खामियों के बारे में.
CERT-In ने कहा है कि ये खामियां डॉन और स्विफ्टशैडर में यूज-आफ्टर-फ्री जैसी परेशानियों से शुरू हो रही हैं. ये खामियां Microsoft Edge के क्रोमियम-आधारित वर्जन में मौजूद हैं. इन खामियां का फायदा उठाने के लिए आमतौर पर हैकर्स किसी यूजर को किसी वेबपेज पर जाने के लिए राजी करता है. इसके बाद जब यूजर उस वेबपेज पर चला जाता है तो उनकी डिवाइस में मनमाना कोड इंस्टॉल कर देता है. ऐसा करने से यूजर की सेंसिटिव जानकारी हैकर्स तक पहुंच जाती है और फिर वो सिस्टम का एक्सेस हासिल करता है.
CERT-In ने इन खामियां पर गंभीरता पर जोर देते हुए कहा है कि इन खामियों के चलते हैकर्स आपके सिस्टम तक पहुंच सकते हैं और आपके सिस्टम का एक्सेस हासिल कर सकते हैं. इससे बचने के लिए CERT-In यूजर्स को अपने Microsoft Edge ब्राउजर को लेटेस्ट वर्जन में अपडेट करने की सलाह दे रहा है. इससे ब्राउज में मौजूद बग फिक्स हो जाता है.
ब्राउजर अपडेट करने के लिए सबसे पहले Edge खोलें. फिर टॉप राइट कॉर्नर में दिए गए तीन डॉट्स को क्लिक करें. फिर सेटिंग्स पर जाएं. इसके बाद अपडेट देखने के लिए About Edge पर क्लिक करें. अगर अपडेट उपलब्ध हो तो उसे डाउनलोड कर लें.