Chakshu Portal: डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम (DoT) ने हैंडसेट को ब्लॉक करने के साथ-साथ उन मोबाइल नंबरों को भी डिस्कनेक्ट करना शुरू कर दिया है जिनका इस्तेमाल फ्रॉड एक्टिविटीज में किया गया था. इससे सरकारी डिपार्टमेंट को मोबाइल यूजर्स को बेहतर सिक्योरिटी देने में मदद मिलेगी. यह कदम टेलिकॉम डिपार्टमेंट के चक्षु पोर्टल ने उठाया है. इस पोर्टल को टेलिकॉम फ्रॉड की शिकायतों को दर्ज करने के लिए लॉन्च किया गया था.
Chakshu Portal से कैसे मिली मदद? पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डिपार्टमेंट ने कई मालिशस और फिशिंग मैसेज भेजने में शामिल 52 संस्थाओं को ब्लैकलिस्ट कर दिया है. साथ ही देशभर में 348 मोबाइल हैंडसेट को ब्लॉक कर दिया है. इसके अलावा, DoT ने 10,834 संदिग्ध मोबाइल नंबरों के रि-वेरिफिकेशन के लिए भी कहा है.
इसके अलावा, DoT ने साइबर क्राइम और फाइनेंशियल फ्रॉड में शामिल 1.58 लाख यूनीक मोबाइल डिवाइस आइडेंटिफिकेशन नंबर IMEI को भी ब्लॉक कर दिया है. डिपार्टमेंट ने फर्जी या फेक डॉक्यूमेंट्स के आधार पर लिए गए मोबाइल कनेक्शन पर भी बैन लगा दिया गया है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि 30 अप्रैल तक DoT ने कुल 1.66 करोड़ मोबाइल कनेक्शन काट दिए हैं. आधिकारिक डाटा के दावों के अनुसार, इनमें से 30.14 लाख कनेक्शन यूजर्स की रिस्पॉन्स के आधार पर काट दिए गए और 53.78 लाख को इसलिए ब्लॉक कर दिया गया है क्योंकि ये नए सिम कार्ड लिमिट (एक व्यक्ति की सिम खरीदने की लिमिट) से बाहर खरीदे गए थे.
एक लड़की जिसका नाम अदिति था उने एक्स प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने बताया कि वो कैसे एक फाइनेंशियल फ्रॉड से बाल-बाल बची हैं. इसके बाद से ही प्रक्रिया शुरू हुई है. देखें पोस्ट-
Another day, another financial fraud scheme 🥸
— Aditi Chopra | Web3 Community 🛠️ (@aditichoprax) May 2, 2024
TLDR: Please read and make sure you don’t trust any SMSes regarding financial transactions.
Incident: Was busy on an office call when this elderly sounding guy calls me and says, ‘Aditi beta, papa ko paise bhejne the par unko ja… pic.twitter.com/5CYwwwvjG7