Cyber Crime: टेलिकॉम डिपार्टमेंट (DoT) ने रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया समेत सभी टेलिकॉम कंपनियों को साइबर फ्रॉड के खिलाफ एक्शन लेने के लिए कहा है. डिपार्टमेंट ने 28,200 मोबाइल हैंडसेट को ब्लॉक करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा टेलीकॉम कंपनियों को 20 लाख मोबाइल कनेक्शनों को रिवेरिफाई करने के लिए भी कहा गया है. रिपोर्ट के अनुसार, DOT, गृह मंत्रालय और फाइनेंशिल फ्रॉड में टेलिकॉम संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने के लिए हाथ मिलाया है.
लोगों को डिजिटल फ्रॉड से बचाना है सरकार का उद्देश्य: यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि सरकार लोगों को डिजिटल फ्रॉड के खतरों से बचाना चाहती है. इस तरह के फ्रॉड के लिए 28,200 मोबाइल हैंडसेट का दुरुपयोग किया गया था. DoT को पता चला है कि इन मोबाइल हैंडसेट के साथ 20 लाख नंबरों का इस्तेमाल किया गया था. डिपार्टमेंट ने 10,834 मोबाइल नंबरों के बारे में भी बताया है जिन्हें रीवेरिफाई करना होगा.
इस काम के लिए DoT ने मार्च में चक्षु पोर्टल लॉन्च किया था. जब से इस पोर्टल को लॉन्च किया गया है तब से लेकर अब तक फिशिंग एसएमएस भेजने में शामिल 52 संस्थाओं को ब्लैकलिस्ट किया जा चुका है.
इसके अलावा, DoT साइबर क्राइम और फाइनेंशियल फ्रॉड में शामिल 1.58 लाख IMEI नंबर को भी ब्लॉक कर दिया गया है. वहीं, उन सभी मोबाइल कनेक्शन्स पर बैन लगा दिया गया है जो फर्जी या फेक डॉक्यूमेंट्स के आधार पर लिए गए थे.
वैसे तो इस पर काफी समय से काम चल रहा है और साइबर क्राइम को रोकने की कोशिश लगातार जारी है. लेकिन यह मामला तब से ज्यादा उछला है कि जब से एक अदिति नाम की लड़की ने अपने एक्स प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट किया था. इसमें उन्होंने बताया था कि वो एक फाइनेंशियल फ्रॉड से बाल-बाल बची हैं. उन्होंने इस घटना की पूरी जानकारी दी थी. यहां पढ़ें पूरी खबर