गूगल क्रोम यूजर्स सावधान! खतरे में है आपकी डिवाइस, बचने के लिए तुरंत करें ये काम
Chrome Warning: इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ने गूगल क्रोम डेस्कटॉप यूजर्स के लिए एक और हाई रिस्क वॉर्निंग दी है.यह चेतावनी Google Chrome में कई अहम कमजोरियों को उजागर करती है जिनका अगर रिमोट अटैकर्स द्वारा शोषण किया जाता है तो वो सिस्टम का एक्सेस हासिल कर सकते हैं.
Chrome Warning: इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ने गूगल क्रोम डेस्कटॉप यूजर्स के लिए एक और हाई रिस्क वॉर्निंग दी है.यह चेतावनी Google Chrome में कई अहम कमजोरियों को उजागर करती है जिनका अगर रिमोट अटैकर्स द्वारा शोषण किया जाता है तो वो सिस्टम का एक्सेस हासिल कर सकते हैं. आज के समय में क्रोम लाखों यूजर्स इस्तेमाल करते हैं और यह पर्सनल से लेकर कमर्शियल लेवल तक हर जगह इस्तेमाल किया जाता है और इसकी जरूरत भी होती है.
CERT-In के नोट CIVN-2025-0040 के अनुसार, Google Chrome के कोडबेस में कई सिक्योरिटी कमियों की पहचान की गई है जिनमें निम्स शामिल हैं.
गूगल क्रोम में हैं ये कमियां:
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अटैकर्स ब्राउजर की मदद से मेमोरी को संभालने के तरीके में जो कमियां हैं उनका लाभ उठाते हैं और फिर सेंसिटिव डाटा का एक्सेस हासिल करते हैं.
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यह खामी अटैकर्स को सिक्योरिटी उपायों को दरकिनार करने और उन फाइलों या निर्देशों का एक्सेस करने की अनुमति देते हैं.
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यह परेशानी तब होती है जब ब्राउजर पहले से फ्री की गई मेमोरी का इस्तेमाल करता है, जिसका अटैकर आपके सिस्टम पर मालिशस कोड चलाने के लिए फायदा उठा सकते हैं.
CERT-In के अनुसार Google Chrome के निम्न वर्जन पर ये कमियां हैं:
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Linux: 134.0.0998.35 से पहले के वर्जन
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Windows: 131.0.6998.35/36 से पहले के वर्जन
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Mac: 134.0.6008.44/45 से पहले के वर्जन
इसका मतलब है कि अगर आप इनमें से किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम पर Google Chrome का पुराना वर्जन इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपका सिस्टम संभावित रूप से जोखिम में है.यह सलाह उन सभी यूजर्स को दी गई है जो गूगल क्रोम पर निर्भर हैं.
अपने सिस्टम की सुरक्षा कैसे करें?
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Google Chrome को तुरंत अपडेट करें.इसके लिए गूगल क्रोम ओपन करें और फिर टॉप राइट कॉर्नर में दिए गए थ्री-डॉट्स वाले मेन्य पर क्लिक करें.
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इसके अलावा हेल्प पर जाएं और फिर About Google Chrome पेज पर जाएं.
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Chrome अपने आप अपडेट को चेक करेगा और लेटेस्ट की जांच करेगा और लेटेस्ट वर्जन इस्टॉल करेगा।
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इसके अतिरिक्त, यूजर्स को Chrome के लिए ऑटोमैटिक अपडेट इनेबल करने की भी सलाह दी जाती है.Chrome को अपडेट रखने से यह सुनिश्चित होता है कि Google द्वारा जारी किए जाने के तुरंत बाद सिक्योरिटी पैच लागू हो जाएं.