Google Chrome Security Warning: सरकार की साइबर सिक्योरिटी पर नजर वाली संस्था Cert-In की टीम ने गूगल क्रोम वेब ब्राउजर के कई वर्जन्स में सिक्योरिटी कमियों को उजागर किया है. इन्होंने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यह यूजर्स के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकती है. Cert-In ने यूजर्स को उनके जरूरी डाटा की सिक्योरिटी को बनाए रखने के लिए सलाह भी जारी की है. गूगल क्रोम के ब्राउजर के डेस्कटॉप वर्जन में कई कमजोरियां पाई गई हैं जिन्हें काफी गंभीर बताया गया है.
इन कमियों को लेकर सलाह दी गई है कि ये सिक्योरिटी खामियां डिनायल ऑफ सर्विस (DoS) या टारगेटेड सिस्टम पर मनमाना कोड डालने की अनुमति देता है. अगर हैकर आपके सिस्टम पर मनमाना कोड डाल देता है तो उसे आपके सिस्टम का फुल एक्सेस मिल सकता है. इस कमियों का कारण V8 में टाइप कन्फ्यूजन और Skia में हीप बफर ओवरफ्लो है. हैकर्स इन्हीं कमियों का फायदा उठाते हैं.
मैक के लिए 128.0.6613.113/.114 से पहले के Google क्रोम वर्जन
Linux O के लिए 128.0.6613.113 से पहले के Google क्रोम वर्जन
Windows के लिए 128.0.6613.113/114 से पहले के Google क्रोम वर्जन
अगर आप उपरोक्त में से किसी भी वर्जन पर काम कर रहे हैं तो आपको तुरंत सतर्क होने की जरूरत है. हैकर्स आपके सिस्टम में आसानी से वायरस या मैलवेयर डाल सकते हैं. इसके चलते ब्राउजर की सिक्योरिटी पर सवाल उठ रहे हैं और साथ ही यूजर्स की डिटेल्स जैसे सेंसिटिव जानकारी, पर्सनल डाटा, बैंकिग डिटेल्स, पासवर्ड आदि के गलत हाथों में पड़ने की संभावना है.
CERT-In ने यूजर्स से आग्रह किया है कि वो इस परेशानी से बचने के लिए अपने क्रोम ब्राउजर को अपडेट कर लें. इसके लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करना होगा.
सबसे पहले गूगल क्रोम ओपन करें. फिर राइट साइड तीन डॉट्स पर क्लिक करें.
फिर Help पर जाएं और About Chrome पर टैप करें.
Chrome ऑटोमैटिकली ही अपडेट को चेक करेगा और लेटेस्ट वर्जन इंस्टॉल करेगा.
अपडेट पूरा होने के बाद ब्राउजर को रिस्टार्ट करें.