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Digital Arrest: नकली पुलिस ने फिर किया असली ADCP को कॉल, फिर जो हुआ जानकर उड़ जाएंगे होश

Digital Arrest News: देश में डिजिटल अरेस्ट केसेज के मामलों में लगाम लगने का नाम ही नहीं ले रहा है. इंदौर के एक एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया को एक अनजान नंबर से कॉल आई, जिसमें खुद को कस्टमर केयर अधिकारी बताने वाले स्कैमर ने कहा कि उनके नाम पर मुंबई में क्रेडिट कार्ड है, जिस पर एक लाख रुपये का बकाया है.

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Edited By: Shilpa Srivastava
Digital Arrest
Courtesy: X (Twitter)

Digital Arrest News: देश में डिजिटल अरेस्ट के मामले कितनी तेजी से बढ़ रहे हैं ये कोई नई बात नहीं है, लेकिन चौंकाने वाली बात जरूर है. एक नया मामला सामने आया है जिसमें साइबर क्रिमिनल ने नकली पुलिस अधिकारी बनकर असली पुलिस अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट में लेने की कोशिश की. यह मामला इंदौर का है. हालांकि, इस कॉल के बाद जो हुआ वो देखकर स्कैमर के होश उड़ गए. यह घटना शहर के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के साथ घटी. यह तब हुआ जब वो मीडिया से बात कर रहे थे. 

यह मामला रविवार की दोपहर का है जब एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया एक प्रेस ब्रीफिंग में मौजूद थे. इस दौरान मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आई. कॉल करने वाला व्यक्ति ने खुद को एक बैंक का कस्टमर केयर अधिकारी बताया. यह दावा किया गया कि उनके नाम पर मुंबई में एक क्रेडिट कार्ड रजिस्टर्ड है जिका एक लाख रुपये से ज्यादा बकाया है.

इसके बाद कस्टमर केयर अधिकारी ने यह भी कहा कि उनके कार्ड का मिसयूज हो रहा है और उन्हें तुरंत इस मामले पर एक्शन लेना होगा. अगर यह मामला नहीं सुलझा तो यह मामला मुंबई पुलिस को ट्रांसफर कर दिया जाएगा. दंडोतिया ने पहले तो इन आरोपों को नकारा, लेकिन स्कैमर ने उन्हें डराने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया. वह उन्हें धमकी दे रहा था कि अगर वह 2 घंटे के अंदर मुंबई नहीं पहुंचेंगे तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

डिजिटल अरेस्ट करने की पुरजोर कोशिश:

कस्टमर केयर अधिकारी ने दावा किया कि दंडोतिया का बयान वीडियो कॉल पर रिकॉर्ड किया जाएगा. फिर वीडियो कॉल पर स्कैमर ने खुद को मुंबई पुलिस कमिश्नर बताया. दंडोतिया ने बिना घबराए कहा, "मैं खुद पुलिस अधिकारी हूं और इस कॉल को रिकॉर्ड किया जा रहा है." इसके बाद, स्कैमर ने पूछा कि मीडिया को क्यों बुलाया गया था, तो दंडोतिया ने जवाब दिया, "जिससे आम जनता को इस स्कैमर के बारे में जागरूक किया जा सके."

जब स्कैमर ने पुलिस अधिकारी के सामने अपनी जालसाजी को और फैलाने की कोशिश की, तो उन्होंने यह बात क्लियर कर दी कि यह पूरा वीडियो आम लोगों को अवेयरनेस के लिए रिकॉर्ड किया गया है. इसी दौरान, स्कैमर का फोन कट गया.