WhatsApp वीडियो कॉल कर उड़ा ले गए 59 लाख रुपये, अंग्रेजी बोलने वाले स्कैमर्स ने किया कारनामा

Cyber Scam: डिजिटल अरेस्ट का एक और मामला सामने आया है जिसमें एक व्यक्ति ने 59 लाख रुपये स्कैमर्स के हाथ गंवा दिए. इस मामले में व्यक्ति पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया और उसे धमकी देकर पैसे लूट गए. चलिए जानते हैं इस मामले के बारे में. 

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Cyber Scam: बेंगलुरु के एक व्यक्ति ने ऑनलाइन स्कैम में 59 लाख रुपए गंवा दिए हैं. स्कैमर्स ने फर्राटेदार इंग्लिश का झांसा देकर व्यक्ति को यह विश्वास दिलाया कि उनके नाम पर मुकदमा चलाया जा रहा है. साथ ही कहा कि वह जिस कानूनी विवाद में उलझा है उससे निपटने के लिए उसे मोटी रकम चुकानी होगी. इस तरह के मामले काफी आम हो गए हैं और स्कैमर्स हर बार किसी नए तरह की धमकी देकर लोगों से पैसे ऐंठने का काम कर रहे है. 

बेंगलुरू के रहने वाले केजे राव ने बताया कि 11 सितंबर को उन्हें पास एक ऑटोमेटेड कॉल आया, जिसमें उनके मोबाइल नंबर ब्लॉक करने की धमकी दी गई. इसके बाद, उन्हें मुंबई के कोलाबा से एक और कॉल आया जिसमें व्यक्ति ने खुद को क्राइम ब्रांच अधिकारी बताया. स्कैमर ने कहा कि उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया है. 

वीडियो कॉल से शुरू हुआ खेल: 

राव को एक व्हाट्सएप वीडियो कॉल आया. इसमें जो व्यक्ति था वो पुलिस अधिकारी की वर्दी में था. इस फेक अधिकारी ने दावा किया कि राव के आधार डिटेल्स का गलत इस्तेमाल किया गया है और वो अवैध एक्टिविटीज में शामिल था. राव से कहा गया कि वो लोकल पुलिस से कॉन्टैक्ट नहीं कर सकता है और उसे वहीं रहना होगा. 

इसके बाद स्कैमर्स ने कॉल को फेक सीबीआई ऑफिस में ट्रांसफर किया. यहां राव को बताया गया कि वह डिजिटल गिरफ्तारी के तहत है. स्कैमर्स के निर्देशों का पालन करते हुए केजे राव ने खुद को अपने कमरे में बंद कर लिया और स्काइप कॉल के जरिए उस पर लगातार नजर रखी गई. इसके बाद स्थिति पर पूरी तरह से विश्वास दिलाने के लिए कॉल पर एक फर्जी कोर्ट रूम सेटिंग को भी एड किया गया. 

यहां पर एक व्यक्ति ने जज बनकर राव पर झूठे इल्जाम लगाए. व्यक्ति पर कई झूठे आरोप लगाए गए और कथित तौर पर कोर्ट के आदेश और भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशों को तोड़ने के लिए 59 लाख रुपये की बड़ी रकम कई अकाउंट्स में ट्रांसफर करने के निर्देश दिए गए. अगले दिन राव ने दो अलग-अलग बैंक अकाउंट में 50 लाख रुपये और 9 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. 

13 सितंबर को दोपहर 2:30 बजे के आसपास स्कैमर्स ने कॉल खत्म की. तब व्यक्ति को एहसास हुआ कि उसके साथ स्कैम हुआ है. इसके बाद व्यक्ति ने इंदिरानगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की.