कुछ अलग है साइबर अरेस्ट का ये तरीका, लोगों को लग रहा लाखों का चूना
Digital Arrest Case: डिजिटल अरेस्ट एक नया साइबर स्कैम है, जिसमें स्कैमर्स वर्दी पहनकर घर पहुंचते हैं और क्राइम का आरोप लगाकर पैसे मांगते हैं. वे गिरफ्तार करने की धमकी देकर लाखों रुपये की मांग करते हैं. इससे बचने के लिए, अगर कोई पुलिसकर्मी आए, तो उसकी पहचान चेक करें और हेल्पलाइन पर कॉल कर पुष्टि करें.
Digital Arrest Case: डिजिटल अरेस्ट एक ऐसा स्कैम है, जिससे कई लोगों ने अपनी जिंदगी भर की कमाई एक पल में गंवा दी. यह एक तरह का स्कैम है, जिसमें साइबर क्रिमिनल नए-नए तरीकों से लोगों के बैंक अका खाली कर देते हैं. अब तक साइबर सेफ्टी के मामले में कई गंभीर चुनौतियां सामने आई हैं, जिससे स्कैमर्स को आसानी से धोखा देने का मौका मिलता है. खासकर उन लोगों को जो इस बारे में अनजान होते हैं, वे इस स्कैम का शिकार हो जाते हैं.
साल 2024 में डिजिटल अरेस्ट के कई मामले सामने आए, जिसमें भारत समेत पूरी दुनिया में करीब 85 लाख करोड़ रुपये की साइबर ठगी हुई है. अगर हम भारत की बात करें तो यहां हर दिन करीब 60 करोड़ रुपये साइबर ठगी के चलते लोगों से उड़ाए जाते हैं. यह सिर्फ पैसे की ही बात नहीं है, बल्कि कुछ मामलों में तो लोगों ने अपनी जान भी गंवा दी. उदाहरण के तौर पर, आगरा के एक व्यक्ति को स्कैमर्स ने व्हाट्सएप पर एक झूठी कहानी सुनाकर उसे यकीन दिलाया कि उसकी बेटी को देह व्यापार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके बाद उसे 1 लाख रुपये की मांग कर ब्लैकमेल किया गया.
डिजिटल अरेस्ट का नया तरीका:
अब डिजिटल अरेस्ट का एक नया तरीका सामने आया है, जिसमें स्कैमर्स वीडियो कॉल करने के बजाय सीधे आपके घर आकर वर्दी पहनकर आपको डराने की कोशिश करते हैं. वे घर की घंटी बजाकर खुद को पुलिस अधिकारी बताकर कहते हैं कि आपका नाम किसी आतंकी गतिविधि में पाया गया है या फिर किसी और क्राइम में आरोपी बताया जाता है. इसके बाद वे आपको गिरफ्तार करने की धमकी देते हैं, जिससे आप डरकर पैसे दे दें.
इन स्कैमर्स का तरीका इतना चालाक होता है कि जब वे पीड़ित को घबराया हुआ पाते हैं, तो वे उससे पैसे की मांग करते हैं और कहते हैं कि इस मामले को रफा-दफा करने के लिए कुछ रकम दे दें. ऐसे में कई लोग डर के मारे इन स्कैमर्स के जाल में फंस जाते हैं और अपनी मेहनत की कमाई गंवा बैठते हैं.
कैसे बचें डिजिटल अरेस्ट से?
अगर आपके घर कोई व्यक्ति पुलिस की वर्दी में आता है, तो सबसे पहले उसकी पहचान और आईडी चेक करें. उसके बाद हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके खुद पुलिस को बुला लें और स्थिति की पुष्टि करें. यह कदम आपको स्कैम से बचाने में मदद कर सकता है.