50 के पार पहुंचा टैम्प्रेचर, क्या आपका AC इतनी गर्मी कर पाएगा हैंडल?
AC Tips: हीटवेब ने जिस तरह से लोगों को अपनी चपेट में लिया है ऐसी हालत में क्या आपका एसी राहत देने में सक्षम है? चलिए जानते हैं इसके बारे में.
AC Tips: भारत के कुछ हिस्सों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया है, ऐसे में एयर कंडीशनर (एसी) को लेकर चिंताएं बढ़ती जा रही हैं. लोगों के मन में एक सवाल है कि क्या एसी इतनी ज्यादा गर्मी को झेल सकता है या नहीं. कई कंपनियों का दावा है कि उनके एसी 52 डिग्री तक की गर्मी में भी शिमला जैसी ठंडक दे सकती है. लेकिन क्या यह सही है? यहां हम आपको ये बता रहे हैं कि आपका एसी इतनी गर्मी को कैसे हैंडल करता है.
एसी गर्मी को कैसे कम करता है?
ज्यादा गर्मी में एसी की क्षमता को समझने के लिए, यह जानना जरूरी है कि वो कैसे काम करते हैं. एयर कंडीशनर कमरे के अंदर की गर्मी को बाहर करते हैं. इस प्रोसेस में कंप्रेसर का काम इनडोर और आउटडोर यूनिट के बीच रेफ्रिजरेंट को सर्कुलेट करना होता है. एक एसी की एफिशियंसी प्रति घंटे ब्रिटिश थर्मल यूनिट (BTU) में मापी जाती है. उदाहरण के लिए, 1.5-टन एसी की BTU रेटिंग आमतौर पर लगभग 18,000 होती है. जब बाहर का टैम्प्रेचर एसी से ज्यादा हो जाता है तो AC को कमरा ठंडा करने में परेशानी होती है. इससे यूनिट में खराबी आने की भी संभावना रहती है.
AC कंप्रेसर: पुराने बनाम एडवांस
दिलचस्प बात यह है कि भारी कंप्रेसर वाले पुराने AC मॉडल में अक्सर बेहतर कूलिंग क्षमता देखी गई है. पुराने एसी एनर्जी एफिशियंसी के बजाय कूलिंग पर ध्यान दिया जाता था और हाई टैम्प्रेचर पर भी कमरा ठंडा कर देते थे. हालांकि, एडवांस AC एनर्जी एफिशियंस होते हैं और बहुत ज्यादा गर्मी में परफॉर्मेंस कम हो सकती है.
क्या AC 50 डिग्री तापमान को संभाल सकते हैं?
एडवांस एयर कंडीशनर आमतौर पर 55 डिग्री सेल्सियस के मैक्सिमम टैम्प्रेचर को संभाल लेते हैं. AC तकनीकी रूप से 50 डिग्री सेल्सियस पर काम कर सकते हैं लेकिन उनकी परफॉर्मेंस और एफिशियंसी काफी कम हो जाती है. इसके चलते कमरे में ठंडक का असर कम हो सकता है. इससे बिजली का बिल ज्यादा आ सकता है और सिस्टम को नुकसान हो सकता है.
एडवांस AC यूनिट अक्सर गर्म तापमान में परफॉर्मेंस बेहतर करने के लिए कई फीचर्स से लैस होता है. इनमें कन्वर्टिबल स्पीड वाला कंप्रेसर और बेहतर इन्सुलेशन शामिल हैं, जो सिस्टम को बाहर के हीट लोड के हिसाब से कमरे के टैम्प्रेचर को सही रखने में मदद करता है.