Android 15 Warning: इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने एक बार फिर एंड्रॉइड यूजर्स के लिए एक हाई-वॉर्निंग जारी की है. इस बार यह चेतावनी खास तौर पर Android 15 यूजर्स को प्रभावित करती है. सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम में कई कमजोरियां पाई गई हैं, जिनका फायदा उठाकर हैकर्स यूजर्स के डिवाइस को हैक कर सकते हैं. इन कमियों के चलते सेंसिटिव जानकारी चोरी हो सकती है और आपकी डिवाइस को हैक किया जा सकता है. हैकर्स इन कमियों का फायदा उठाकर आपके एंड्रॉइड स्मार्टफोन या टैबलेट को हैक कर सकते हैं.
CERT-In ने अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट, CIVN-2024-0349 में एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम में पाई गई इन गंभीर कमियों के बारे में बताया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि एंड्रॉइड 12 से लेकर एंड्रॉइड 15 तक के वर्जन्स में ये खामियां पाई गई हैं. इन कमियों को हाई-वॉर्निंग माना गया है जो आपके लिए और उन संगठनों के लिए गंभीर खतरे पैदा कर सकती हैं, जो एंड्रॉइड डिवाइस पर निर्भर हैं.
एंड्रॉइड 12
एंड्रॉइड 12L
एंड्रॉइड 13
एंड्रॉइड 14
एंड्रॉइड 15
CERT-In के अनुसार, इन कमियों का सोर्स एंड्रॉइड सॉफ्टवेयर के अलग-अलग कंपोनेंट्स हैं जिन्हें थर्ड पार्टी सेलर जैसे Imagination Technologies, MediaTek और Qualcomm द्वारा डेवलप किए गए कंपोनेंट्स भी शामिल हैं. ये कमजोरियां ओपन-सोर्स और प्रोप्राइटरी दोनों तरह के घटकों को प्रभावित करती हैं.
हैकर्स अनधिकृत तरीके से आपके या कंपनी के डाटा तक पहुंच प्राप्त कर सकते हैं.
इन कमियों का फायदा उठाने से डिवाइस बार-बार क्रैश हो सकती है.
हैकर्स डिवाइस को डिनायल-ऑफ-सर्विस (DoS) स्थिति में डाल सकते हैं, जिससे डिवाइस के फंक्शन्स प्रभावित हो सकते हैं.
अपने सिस्टम को सुरक्षित रखने के लिए, CERT-In ने यूजर्स को सलाह दी है कि जैसे ही Google और संबंधित ओईएम द्वारा अपडेट जारी किया जाए, वे अपने एंड्रॉइड डिवाइस को तुरंत अपडेट कर लें.अपडेट करने के लिए, यूजर अपने एंड्रॉइड फोन में System Settings > System Upgrade में जाकर उपलब्ध अपडेट को इंस्टॉल कर सकते हैं.