iPhone 5s: Apple ने आधिकारिक तौर पर iPhone 5s को अपने ऑब्सलेट लिस्ट में शामिल कर दिया है. इसका मतलब है कि Apple स्टोर और Apple ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर iPhone 5s को रिपेयर करने की सर्विस उपलब्ध नहीं कराएगा. Apple पॉलिसी के अनुसार, किसी प्रोडक्ट को तब ऑब्सलेट माना जाता है जब उसे आखिरी बार बेचे जाने के सात साल बीत चुके हों. बता दें कि इस फोन को सितंबर 2013 में लॉन्च किया गया था.
जिस समय इसे लॉन्च किया गया था तब इसमें उस समय के सभी एडवांस फीचर्स दिए गए थे. इसके होम बटन में इंटीग्रेटेड टच आईडी फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है जिसने यूजर्स के फोन को अनलॉक करने का तरीका बदल दिया ता. iPhone 5s में A7 चिप लगी थी, जो Apple का पहला 64-बिट प्रोसेसर था.
जब कोई किसी फोन को ऑब्सलेट लिस्ट में डाला जाता है तो उसे रिपेयरिंग की सर्विस देना बंद कर दिया जाता है. सिर्फ यही नहीं, सिक्योरिटी पैच और सॉफ्टवेयर अपडेट भी बंद कर दिए जाते हैं. इससे फोन की परफॉर्मेंस खराब होने लगती है क्योंकि ऐप्स अपडेट होते रहते हैं लेकिन फोन आउटडेटेड रहता है जिससे ऐप्स फोन को सपोर्ट नहीं करती हैं. ऐसे में यूजर्स को इन फोन्स को Apple जैसे प्रोग्राम्स के जरिए रीसायकल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. हालांकि, फोन को थर्ड-पार्टी के जरिए रिपेयर किया जा सकता है.
ऐसे में अगर आप Apple के लॉयल कस्टमर हैं और iPhone 5s से बहुत प्यार करते हैं तो अब इसे अलविदा कहने का समय आ चुका है. अब जरूरी है कि आपको अपने फोन को अपग्रेड कर लेना चाहिए. टेक्नोलॉजी काफी आगे निकल चुकी है और समय के साथ और तकनीक के साथ चलना बेहद ही जरूर हो चुका है. ऐसे में आप Apple 13 से लेकर 15 सीरीज तक कोई भी मॉडल अपने लिए चुन सकते हैं.