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दिल की बीमारी ठीक करने में डॉक्टरों की मदद कर रही Apple Watch, कुछ ऐसे कर रही काम

Apple Watch ने लोगों की जान कितनी बार बचाई है ये तो आप सभी बताते हैं. अब एक डॉक्टर ने भी इस बात पर मुहर लगा दी है कि Apple Watch न सिर्फ बीमारी डायग्नोस करती है बल्कि उसके आगे के प्रोसेस में भी मदद करती है. डॉक्टर भी अब Apple Watch को हेल्थ ट्रैक करने में इस्तेमाल कर रहे हैं. 

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Edited By: India Daily Live
Apple Watch
Courtesy: Canva

Apple Watch को अक्सर लोगों की मदद करते देखा गया है. चाहें हेल्थ से संबंधित कोई दिक्कत हो या फिर किसी इमरजेंसी स्थिति को ट्रैक करने में मदद हो, यह वॉच हर काम कर सकती है. कई यूजर्स ने बताया कि कैसे उनकी वॉच ने उनके हार्ट रेट को जांचकर किसी हार्ट डिसीज का पता लगाने में मदद की. Apple Watch यूजर्स अपनी स्मार्टवॉच पर भरोसा कर रहे हैं. डॉक्टर भी अब Apple Watch को हेल्थ ट्रैक करने में इस्तेमाल कर रहे हैं. 

हाल ही में एक पॉडकास्ट में नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन में कार्डियोलॉजिस्ट और मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. रॉड पासमैन ने Apple Watch के इस्तेमाल पर जोर दिया. उनके अनुसार, यह डिवाइस अबहेल्थ सर्विस में अहम भूमिका निभा रही है. यह वॉच हार्ट रेट की निगरानी करने और सर्जरी के बाद रिकवरी में मदद करती है. इन्होंने कहा, "इसमें बहुत सारे हेल्थ बेनिफिट हैं… यह पेशेंट को उनकी हेल्थ की देखभाल करने में मदद करता है. साथ ही यह समझने में मदद करता है कि उनका लाइफस्टाइल उनकी हेल्थ को कैसे प्रभावित कर सकते हैं.” 

Apple Watch है पावरफुल डिवाइस:  

उन्होंने आगे कहा कि, "तो मुझे लगता है कि यह एक बहुत पावरफुल डिवाइस है और हम में से कई लोग इसका इस्तेमाल न केवल बीमारी का निदान करने के लिए कर रहे हैं, बल्कि शायद हेल्थ में हो रहे बदलाव को मैनेज करने के लिए भी कर रहे हैं"

डॉ. पासमैन ने कहा कि किसी भी समस्या का डायग्नोसिस केवल इसलिए नहीं हो रहा है कि एप्पल वॉच ने बताया है बल्कि यह वॉच इस डायग्नोसिस के प्रोसेस को आसान बनाती है. किसी भी समस्या के लिए हम सभी मेडिकल-ग्रेड कंफर्मेशन चाहते हैं जिससे ट्रीटमेंट शुरू हो सके. हालांकि, हमें ये भी पता है कि यह किसी भी तरह की समस्या का पता लगाने केल िए एक एक्यूरेट टूल है.

पासमैन के अनुसार, हेल्थकेयर में एप्पल वॉच जैसी स्मार्ट डिवाइसेज के इंटीग्रेशन से न केवल वास्तविक समय को पहचानने में और डाटा कलेक्ट करने में मदद मिलती है, बल्कि पेशेंट को भी यह जागरुक बनाती है. इसकी मदद से रोगी अपनी हार्ट रेट को ट्रैक कर सकते हैं.