Android New Security Feature: एंड्रॉइड फोन में एक नया सिक्योरिटी फीचर आ रहा है. इस फीचर का उद्देश्य यूजर के डाटा को सुरक्षित रखना है. गूगल प्ले सर्विसेज के लेटेस्ट अपडेट के साथ, कंपनी ने ऑटोमैटिक रीबूट सिस्टम पेश किया है जो स्मार्टफोन के तीन दिनों तक लॉक और यूज न होने पर ऑन हो जाता है. यह गूगल प्ले वर्जन 25.14 के साथ आता है.
एक बार जब फोन रीबूट हो जाता है, तो यह एक हाई-सिक्योरिटी मोड में एंट्री कर जाता है. यहां सभी इक्ट्ठा किया गया डाटा तब तक एन्क्रिप्टेड रखता है जब तक यूजर्स मैनुअल तौर पर पासकोड दर्ज नहीं करता है. इस दौरान फिंगरप्रिंट या फेस अनलॉक जैसी बायोमेट्रिक सर्विसेज डिसेबल हो जाती हैं जिससे कोई भी व्यक्ति आपके फोन तक नहीं पहुंच सकता है.
गूगल ने कहा है कि गूगल सिस्टम अपडेट आपके एंड्रॉइड डिवाइस को ज्यादा सुरक्षित बनाता है. इसके साथ ही कई नई सर्विसेज भी दी जाती हैं. इस फीचर के साथ आपका डिवाइस लगातार तीन दिनों तक लॉक रहने पर अपने आप रिस्टार्ट हो जाता है.
गूगल का यह फीचर एंड्रॉइड को एप्पल के साथ कनेक्ट करता है जिसने पिछले साल iOS 18.1 में इनएक्टिविटी रीबूट नाम की एक सर्विस उपलब्ध कराई थी. यह फीचर उन आईफोन को रीबूट करने के लिए डिजाइन किया गया है जो तीन दिनों तक निष्क्रिय रहे थे. इससे डिवाइस खो जाने या जब्त होने की स्थिति में सिक्योरिटी की एक एक्स्ट्रा लेयर जुड़ जाती है.
एंड्रॉइड पर, इस सिक्योरिटी मोड के साथ फोन पहले अनलॉक से पहले (BFU) स्थिति के जाता है और इसके बाद जब तक कोई पासपोड न डाला जाए तब तक फोन सुरक्षित स्थिति में ही रहता है. इससे कोई भी आपके प्राइवेट डाटा तक नहीं पहुंचता है. अनलॉक होने के बाद, फोन पहले अनलॉक के बाद (AFU) मोड में चला जाता है. इसके बाद बायोमेट्रिक्स को फिर से इनेबल करता है और फोन फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है.
यह फीचर तब ज्यादा काम आता है जब फोन चोरी हो जाता है या फिर खो जाता है. अगर कोई व्यक्ति आपके फोन को कई दिनों तक अपने पास रखने में कामयाब भी हो जाता है, तो भी ऑटोमैटिक रीबूट के ऑन होने के बाद वह पासकोड के बिना उसे एक्सेस नहीं कर सकता है.