Amazon Prime Video ने एक बड़ा बदलाव करने की घोषणा की है, जिससे लाखों यूजर्स को झटका लगा है. कंपनी ने 2025 से पासवर्ड शेयरिंग के नियमों में बदलाव की योजना बनाई है. इस बदलाव का असर भारतीय यूजर्स पर भी पड़ेगा, और इससे पहले से ही कई यूजर्स परेशान हो सकते हैं.
अमेजन प्राइम वीडियो के नए नियमों के तहत, 2025 से Prime Video के सदस्य केवल 5 डिवाइसों पर लॉग इन कर सकेंगे, जिसमें से दो टीवी डिवाइस शामिल होंगे. कंपनी ने यह जानकारी अपने यूजर्स को एक ईमेल के माध्यम से दी है. इस ईमेल में लिखा गया है, "आप और आपके परिवार के सदस्य Prime वीडियो का आनंद ले सकते हैं, लेकिन केवल 5 डिवाइसों तक, जिनमें से 2 टीवी डिवाइस होंगे."
अभी तक, Amazon Prime Video के सदस्य 10 डिवाइसों तक लॉग इन कर सकते थे, लेकिन अब यह संख्या घटाकर सिर्फ 5 डिवाइस कर दी जाएगी. इसमें 2 टीवी डिवाइसों की सीमा भी जोड़ी गई है. इसका मतलब यह है कि अब से ज्यादा डिवाइसों पर Prime Video का इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स को अलग से सदस्यता लेनी पड़ सकती है.
यह बदलाव खासकर उन यूजर्स के लिए समस्याएं खड़ी कर सकता है, जो कई डिवाइसों पर Prime Video का उपयोग करते हैं. खासकर परिवार के सदस्य, जो अलग-अलग डिवाइसों पर इस सेवा का आनंद लेते हैं, उन्हें अब अपने लॉगिन की स्थिति पर ध्यान देना होगा. 5 डिवाइसों का यह नया नियम कई लोगों के लिए एक कड़ी चुनौती हो सकता है.
यह नया बदलाव सिर्फ पासवर्ड शेयरिंग तक सीमित नहीं है. Amazon Prime Video ने यह भी घोषणा की है कि 2025 से यूजर्स को अपनी पसंदीदा मूवीज और शो के दौरान विज्ञापन देखना पड़ेगा. हालांकि, कंपनी ने यह भी कहा है कि ये विज्ञापन "linear TV और अन्य स्ट्रीमिंग सेवा प्रदाताओं के मुकाबले कम होंगे". इसके अलावा, एक नया "ad-free" Prime Video टियर भी भारत में जल्द ही लॉन्च किया जाएगा, जो बिना विज्ञापन के सामग्री देखने का अनुभव देगा.
अभी की स्थिति में, Amazon Prime का वार्षिक पैकेज ₹1,499 में उपलब्ध है, जिसमें Prime Video, Amazon की अन्य सेवाएं, और मुफ्त डिलीवरी जैसी सुविधाएं शामिल हैं. इसके अलावा, क्वार्टरली और मासिक सदस्यता ₹599 और ₹299 में उपलब्ध हैं.
इसके साथ ही, Amazon ने Prime Lite और Prime Shopping Edition जैसे सस्ते प्लान्स भी पेश किए हैं, जिनकी कीमत क्रमशः ₹799 और ₹399 है. इन प्लान्स में मूल पैकेज की तुलना में कुछ कम सुविधाएं दी जाती हैं, लेकिन यह उन लोगों के लिए एक विकल्प हो सकता है, जो केवल बेसिक सुविधाओं का उपयोग करना चाहते हैं.