Bareilly Mayor Implant Bullet: उत्तर प्रदेश के बरेली में एक 40 वर्षीय महिला ने फिल्मी कहानी की तरह मेयर डॉ. उमेश गौतम को फंसाने की एक बड़ी साजिश रची. महिला ने दावा किया कि 29 मार्च को पांच लोगों ने उसका अपहरण किया, चलती कार में उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया, और फिर उसे छाती में गोली मारकर मरने के लिए छोड़ दिया. घायल अवस्था में वह कथित तौर पर अस्पताल पहुंची और पुलिस को सूचना दी.
लेकिन, पुलिस जांच में इस मामले के चौंकाने वाले खुलासे हुए.
खबरों के मुताबिक, महिला ने एक झोलाछाप डॉक्टर की मदद से अपनी छाती में सर्जरी करवाकर गोली लगवाई थी. उसने इस खतरनाक काम के लिए झोलाछाप डॉक्टर को 2,500 रुपये दिए थे. यह महिला पहले 2021 तक मेयर के घर पर घरेलू सहायिका के तौर पर काम करती थी, जब उसे मेयर की पत्नी ने निकाल दिया था. यह पहली बार नहीं था जब उसने मेयर पर आरोप लगाया था - उसने 2022 में भी इसी तरह की शिकायत दर्ज कराई थी, जो जांच के बाद बंद कर दी गई थी.
पुलिस को दिए अपने बयान में, महिला ने आरोप लगाया कि मेयर उमेश गौतम और उनके बेटे पार्थ इस हमले के पीछे थे. उसने दावा किया कि कथित घटना के दौरान पार्थ ने अपहरणकर्ताओं को फोन किया था और उन्हें निर्देश दिया था कि उसे 'खत्म' कर दें क्योंकि वह उनके पिता के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही थी.
उसने आगे कहा कि यह कॉल आने के बाद, अपहरणकर्ताओं ने उसे छाती में गोली मार दी और सड़क पर मरने के लिए छोड़ दिया. हालांकि, जब पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो उसकी कहानी में कई झोल नजर आए.
मेडिकल सबूतों और सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि उसकी छाती में गोली सर्जरी करके डाली गई थी, न कि किसी हथियार से चलाई गई थी. अधिकारियों का मानना है कि निजी दुश्मनी या राजनीतिक दबाव के चलते महिला ने मेयर और उनके बेटे को झूठे मामले में फंसाने के लिए यह पूरी कहानी गढ़ी थी.