बहराइच में भेड़िए के हमले में घायल 8 साल के मासूम की 24 घंटे बाद मौत हो गई. सोमवार सुबह 4 भेड़िया मां के साथ घर में सो रहे मासूम को उठा ले गया था. भेड़िया बच्चे के बाएं हाथ का पंजा खा गया. उसकी गर्दन पर भी अटैक किया था. बच्चे के चिल्लाने की आवाज सुनकर परिजन और ग्रामीणों ने भेड़िए का पीछा किया. भेड़िया करीब एक किमी दूर खेत में बच्चे को छोड़कर भाग गया. परिजनों ने बच्चे को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. प्राइमरी इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया. जहां इलाज के दौरान आज सुबह बच्चे की मौत हो गई. बेटे की मौत की खबर सुनते ही मां बेहोश हो गई. घटना हरदी थाना क्षेत्र के सिसैया चूड़ामणि गांव की है.
घनश्याम (8) अपनी मां के साथ घर के आंगन में सो रहा था. सोमवार सुबह करीब 4 बज रहे थे. तभी खेतों की ओर से एक भेड़िया आया और घर में घुस गया. मां की गोद में सो रहे बच्चे को अपने मुंह में दबाकर भागने लगा.
बच्चे के चिल्लाने पर घर के बाहर सो रहे पिता समभर जग गए. उन्होंने ग्रामीणों को आवाज लगाई. इसके बाद सभी ने भेड़िए का पीछा किया. करीब एक किमी दूर खेत में बच्चे को छोड़कर भेड़िया भाग गया. परिजन जब बच्चे के पास पहुंचे तो देखा कि भेड़िया उसके बाएं हाथ के पंजे को खा गया था.
बच्चे के गर्दन और हाथ पर गहरे घाव थे परिजन तुरंत घायल बाउर को लेकर महसी के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे की गंभीर हालत देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया. सीएमएस एमएम त्रिपाठी ने बताया- बच्चे को गंभीर हालत में यहां लाया गया था. उसके गर्दन और हाथ पर गहरे जख्म थे. आज सुबह बच्चे की मौत हो गई.
गांव वालों ने वन विभाग को दी सूचना घटना के बाद गांव में डर और दहशत का माहौल है. ग्रामीणों का कहना है कि पहली बार किसी भेड़िए ने घर में घुसकर ऐसा हमला किया है. ग्रामीणों ने वन विभाग से सख्त कदम उठाने की मांग की है.
बहराइच के महसी तहसील के 35 गांवों में बीते साल भेड़ियों का आतंक देखने को मिला था. आदमखोर भेड़िए ने 49 दिन में 8 बच्चों और एक बुजुर्ग महिला को मार डाला. भेड़िए के हमले में करीब 40 लोग घायल हुए थे. इससे 35 गांव की 80 हजार की आबादी खौफ के साए में थी.