'मुस्लिम मोहल्ले से क्यों नहीं निकल सकती हिंदू शोभायात्रा...', CM योगी ने विधानसभा में विपक्ष को 'ललकारा'- Video

CM Yogi Adityanath: विधानसभा में बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब हिंदू इलाके से मुस्लिमों का जुलूस निकल सकता है तो मुस्लिम इलाकों से हिंदू अपनी यात्रा क्यों नहीं निकाल सकते.

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Gyanendra Tiwari

CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में बोलते हुए विपक्ष पर जमकर हमला बोला. इस दौरान उन्होंने हिंदू-मुसलमानों के धार्मिक आयोजनों को लेकर एक गंभीर सवाल उठाया, जो चर्चा का विषय बना है. उनका कहना था कि यदि हिंदू मोहल्लों से मुस्लिमों का जुलूस निकल सकता है तो मुस्लिम मोहल्लों से हिंदुओं की शोभा यात्रा क्यों नहीं निकल सकती?

सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि विपक्ष सच को छिपाने का प्रयास कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि सच, सूर्य की तरह होता है, जिसे किसी भी तरह से ढकना संभव नहीं है. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि 1947 से लेकर अब तक संभल में होने वाले दंगों की सूची बहुत लंबी है, और इन घटनाओं का इतिहास गवाह है कि यहां कई बार साम्प्रदायिक हिंसा का शिकार हुए लोग.

"मुस्लिम इलाकों से हिंदू यात्रा क्यों नहीं निकल सकती?"

सीएम ने विपक्ष से पूछा, "अगर मुस्लिम पर्व-त्योहारों के जुलूस हिंदू इलाकों से निकल सकते हैं, तो हिंदू पर्व-त्योहारों के जुलूस मुस्लिम इलाकों से क्यों नहीं निकल सकते?" यह सवाल उन्होंने विपक्ष की राजनीति को चुनौती देते हुए उठाया, जहां अक्सर हिन्दू और मुस्लिम समुदायों के बीच धार्मिक तनाव की बातें उठती रही हैं. योगी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार किसी भी प्रकार के धार्मिक भेदभाव को समर्थन नहीं देती और सबको बराबरी का अधिकार प्रदान करती है. उन्होंने कहा कि लखनऊ का शिया सुन्नी विवाद बीजेपी सरकार में ही समाप्त हुआ. 

मुख्यमंत्री ने संभल में 1947 से लेकर अब तक हुए दंगों का जिक्र करते हुए इस बात का खुलासा किया कि यहां पिछले कई दशकों से साम्प्रदायिक हिंसा होती रही है. उन्होंने कहा कि 1947 से लेकर 1996 तक संभल में कई दंगे हुए, जिसमें कई लोग मारे गए. इन दंगों का सिलसिला आज तक जारी है और इसने पूरे इलाके की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति को प्रभावित किया है.

योगी ने यह भी कहा कि 1978 में 184 हिंदू नागरिकों को जिंदा जला दिया गया था, और यह घटना इतिहास में दर्ज है. उन्होंने इसके माध्यम से यह भी बताने की कोशिश की कि दंगे सिर्फ वर्तमान समय का मुद्दा नहीं हैं, बल्कि यह एक लंबी समस्या है जिसका समाधान समाज को सामूहिक रूप से करना होगा.

"हमारा उद्देश्य बांटना नहीं जोड़ना है"

मुख्यमंत्री ने विधानसभा में विपक्ष को स्पष्ट संदेश दिया कि उनकी सरकार का उद्देश्य समाज में विभाजन करना नहीं, बल्कि एकता और अखंडता को बढ़ावा देना है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का नारा है "न बटेंगे, न कटेंगे", जो समाज में एकता बनाए रखने का प्रतीक है. योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि जो लोग समाज को बांटने का प्रयास करते हैं, उन्हें जनता के बीच से जवाब मिलेगा.