Nana Patole on CM Yogi Adityanath: लोकसभा चुनाव के बीच एनडीए और इंडिया गठबंधन के बड़े नेता चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं, जिसके बीच यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सिरसा में एक जनसभा संबोधित करने पहुंचे. इस दौरान सीएम योगी ने कांग्रेस के मैनिफेस्टो की जमकर आलोचना की और कहा कि कांग्रेस आपकी पुस्तैनी संपत्ति को भी छीनना चाहती है, तो वहीं पर पाकिस्तानियों और मुसलमानों के प्रति पक्षपात की चेतावनी देते हुए 2014 के बाद भारत की बेहतर सुरक्षा की जमकर तारीफ भी की.
योगी ने पाकिस्तान में गेहूं की कमी की तुलना में भारत के सफल राशन वितरण योजना की और भारत की मजबूत सीमा सुरक्षा और उकसावों पर कड़ी प्रतिक्रिया पर भी जोर दिया. हालांकि सीएम योगी के ये वार महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले को पसंद नहीं आए और उन्होंने बेहद विवादित बयान देते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तुलना रावण से कर डाली.
टीवी रिपोर्ट्स में शेयर किए गए वीडियो में कांग्रेस नेता ने विवादित बयान देते हुए कहा, 'जब रावण सीताजी का हरण करने आया तो वह भगवा वस्त्र पहनकर आया था. भगवा रंग के कपड़े पहनकर गलत नीतियों का समर्थन करना गलत है.'
इतना ही नहीं नाना पटोले ने भारतीय इलाकों पर चीन के कथित जमीन हथियाने के मामलों पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ इस पर चुप्पी साधे हुए क्यों बैठे हैं.
उन्होंने कहा, 'योगी चीन की ओर से भारतीय क्षेत्रों पर कब्जा करने पर चुप क्यों हैं? जब हमारा दुश्मन भारत माता पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है, तो योगी कुछ क्यों नहीं कह रहे हैं? वह भगवा कपड़े पहनते हैं और ऐसी बात करते हैं. यहां तक कि रावण भी भगवा कपड़े पहनकर सीता का अपहरण करने आया था. ...भगवा वस्त्र पहनकर गलत नीतियों का समर्थन करना गलत और सनातन का अपमान है.'
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब पटोले किसी विवाद में फंसे हैं. इससे पहले 10 मई को पटोले ने कहा था कि अगर भारत गठबंधन सत्ता में आया तो चारों शंकराचार्यों द्वारा राम मंदिर का शुद्धिकरण किया जाएगा. यह बयान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के मंदिर के दौरे के ठीक एक दिन बाद आया था.
पटोले ने कहा था, 'शंकराचार्य इसका (प्राण प्रतिष्ठा) विरोध कर रहे थे. सभी चार शंकराचार्य राम मंदिर को शुद्ध करेंगे. उस स्थान पर राम दरबार स्थापित किया जाएगा. वहां भगवान राम की मूर्ति नहीं है, बल्कि राम लला का बाल रूप है.'
इस टिप्पणी से एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा हो गया, यहां तक कि पीएम मोदी ने भी इस टिप्पणी को 'राष्ट्रपति, आदिवासियों, महिलाओं और पूरे देश का अपमान' कहा और कहा कि कांग्रेस को 'राजनीति में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है'. पीएम ने पूछा था कि उनके (राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू) दौरे के एक दिन बाद, कांग्रेस पार्टी के सबसे बड़े नेताओं में से एक ने कहा कि हम गंगाजल से राम मंदिर का शुद्धिकरण करेंगे. क्या ऐसे लोगों को भारतीय राजनीति में रहने का अधिकार है?"
उस समय यूपी के सीएम योगी ने भी कांग्रेस पर भगवान राम की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए हमला बोला था और दावा किया था कि पार्टी में मुगल बादशाह औरंगजेब की आत्मा घुस गई है. योगी आदित्यनाथ के खिलाफ पटोले की विवादास्पद टिप्पणी हाई-पिच चुनाव अभियान के बीच में आई है जिसमें भाजपा विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक के साथ-साथ पार्टी के नेताओं के राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होने का मुद्दा उठाकर पार्टी को घेर रही है और दावा कर रही है कि प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं होने वाले लोग अगर सत्ता में आए तो अयोध्या में राम मंदिर को ढहा देंगे.