पूर्व शिया वक्फ बोर्ड अध्यक्ष वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर ने सनातन धर्म में मुसलमानों की घर वापसी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक वीडियों में उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील करते हुए कहा कि वे सनातन धर्म में वापसी पर विचार करें. इस संदर्भ में वसीम रिजवी ने बताया कि वह एक ऐसा संगठन बना रहे हैं, जो इस मुहिम को समर्थन देगा.
घर वापसी पर वसीम रिजवी का प्रस्ताव
वसीम रिजवी ने अपनी योजना का खुलासा करते हुए कहा, "मैं मुसलमानों से अनुरोध करता हूं कि वह सनातन धर्म में घर वापसी के संबंध में विचार करें." इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि जो परिवार इस संगठन के जरिए सनातन धर्म में वापसी करेंगे, उन्हें हर महीने तीन हजार रुपये की सहायता दी जाएगी. इस बयान के बाद वसीम रिजवी ने खुद को इस पहल का प्रवर्तक बताया और कहा कि वह इस उद्देश्य को लेकर गंभीर हैं.
"मैं मुसलमानों से अनुरोध करता हूं कि वह सनातन धर्म में घर वापसी के संबंध में विचार करें। मैं एक संगठन बना रहा हूं, जो परिवार इस संगठन के जरिए सनातन धर्म में वापसी करेंगे उन्हें हर महीने 3 हजार रुपए देंगे।"
— Rajesh Sahu (@askrajeshsahu) February 11, 2025
- वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर, पूर्व शिया वक्फ बोर्ड… pic.twitter.com/ipImpG0Mw8
वसीम रिजवी का नया संगठन
पूर्व शिया वक्फ बोर्ड अध्यक्ष ने अपने संगठन की योजना को भी साझा किया, जिसमें मुसलमानों को सनातन धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा. वसीम रिजवी ने बताया कि इस संगठन का उद्देश्य उन परिवारों को मदद करना है जो अपनी आस्था को बदलकर सनातन धर्म अपनाना चाहते हैं.
जानिए कौन हैं वसीम रिजवी?
उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन रहे वसीम रिजवी ने इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म कबूल कर लिया. धर्म बदलने के बाद उनका नाम जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी हो गया है. हालांकि, अब उन्होंने अपना नाम बदलकर वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर कर लिया है.
हालांकि, वसीम रिजवी का जन्म उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक साधारण परिवार में हुआ. उनकी बेहद कम उम्र में वसीम के पिता का निधन हो गया. वसीम रिजवी अपने सभी भाई-बहनों में बड़े थे इसलिए पिता के बाद सारी जिम्मेदारियां उन पर आ गईं. वसीम नैनीताल से पढ़ाई करने के बाद सऊदी अरब, जापान और अमेरिका में नौकरी की.