Lok Sabha Elections 2024 : वरुण-मेनका, बृजभूषण और संघमित्रा मौर्य की सीट पर फंस सकता है पेंच!

Lok Sabha Elections 2024: बीजेपी की पहली सूची में उत्तर प्रदेश में वरुण गांधी, मेनका गांधी, बृजभूषण शरण सिंह और संघमित्रा मौर्य की सीट पर कोई नाम नहीं जारी किया गया है. इसके बाद से लोगों ने कयास लगाना शुरू कर दिया है की पार्टी इनका टिकट काट सकती है.

Pankaj Soni

BJP Candidate List 2024: भाजपा ने अपनी पहली सूची में 195 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी. वहीं उत्तर प्रदेश में 51 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. अब राज्य के कुछ चर्चित चेहरों की टिकट को लेकर पेंच फंसता हुआ दिख रहा है. अब लोगों की नजरें उन सीटों और चेहरों पर पर जाकर टिक गई हैं, जो पिछले साल सर्वाधिक चर्चा में रहीं हैं. 

राजनीतिक पंडित इन सीटों को लेकर तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं. बीजेपी की पहली सूची में 195 उम्मीदवारों के नामों पर 34 केंद्रीय मंत्री शामिल हैं. इसमें से कई लोग दोबारा या तीसरी बार चुनाव लड़ेंगे. लेकिन कई सीटें और सांसद ऐसे भी हैं जिनको हो सकता है कि बीजेपी टिकट न दें.  

इन सीटों पर फंस सकता है पेंच 

सुल्तानपुर, पीलीभीत और कैसरगंज जैसी चर्चित सीटों पर भाजपा ने अभी प्रत्याशियों के नाम की घोषणा नहीं की है. सुल्तानपुर से मेनका गांधी और पीलीभीत से वरुण गांधी तो वहीं कैसरगंज से बृजभूषण शरण सिंह वर्तमान सांसद हैं. वहीं जौनपुस सीट से सांसद और स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य का भी टिकॉ बीजेपी काट सकती है.  

वरुण गांधी 

पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी की बात करें तो साल 2013 में पार्टी अध्यक्ष रहते हुए राजनाथ सिंह ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया था. उनको राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया था. वरुण गांधी  भाजपा में अब तक के सबसे युवा राष्ट्रीय महासचिव रहे हैं. एक समय वरुण गांधी मुस्लिमों के खिलाफ विवादित बयान देकर चर्चा में आए थे. लेकिन बीच में वरुण गांधी बरोजगारी, किसान आंदोलन और महंगाई सहित कई मामलों में मोदी सरकार को घेरने का काम करते रहे हैं. ऐसे में पार्टी विरोधी गितविधियों के चलते उनका टिकट कट सकता है.  

डॉ. संघमित्रा मौर्य

बीजेपी की पहली लिस्ट में स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी और बदायूं सीट से सांसद संघमित्रा मौर्य का नाम नहीं है. इनके पिता स्वामी प्रसाद मौर्य 2022 में भाजपा से बगावत कर सपा में शामिल हो गए थे. अब स्वामी प्रसाद ने अपनी अलग पार्टी बना ली है. पिता-पुत्री के संबंधों को लेकर जिले की राजनीति गरमाई रहती है. विधानसभा चुनाव के दौरान डॉ. संघमित्रा मौर्य की भूमिका को लेकर सवाल भी उठे थे. संघमित्रा मौर्य का एक पत्रकार दीपक स्वर्णकार के साथ शादी का मामला और उन पर हमले कराने का मामला भी चल रहा है. इससे संघमित्रा विवादित हो गई हैं. इन कारणों के चलते संघमित्रा का टिकट कट सकता है.   

मेनका गांधी

सुल्तानपुर लोकसभा सीच से सांसद मेनका गांधी मोदी सरकार1.0 में केंद्रीय मंत्री रह चुकी हैं. लेकिन मोदी सरकार 2.0 में उनको केंद्र में मंत्री नहीं बनाया गया. वरुण गांधी के विवादित बयानों के चलते उनकी भी टिकट कट सकती है ऐसा कहा जा रहा है.  

बृजभूषण शरण सिंह

पिछले साल 2023 में बृजभूषण शरण सिंह का नाम बहुत विवादों में रहा. महिला खिलाड़ियों ने उन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया और धरना दिया. इसके बाद उनकी फजीहत हुई. बृजभूषण शरण सिंह वह वर्तमान में कैसरगंज सीट से सांसद हैं. उन्होंने प्रियंका गांधी को किसी भी सीट से चुनाव हराने तक की बात कही. लेकिन, अब उनकी ही सीट फंसी दिख रही है.