UP School Violence: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक निजी स्कूल के शिक्षक द्वारा 10 वर्षीय छात्र की बेरहमी से पिटाई करने का मामला सामने आया है. शिक्षक की मारपीट के कारण बच्चे का पैर टूट गया, साथ ही उसकी सुनने की क्षमता भी प्रभावित हुई.
बता दें कि यह घटना शनिवार को हुई, जब तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र से शिक्षक हर्षित तिवारी ने एक सवाल पूछा, जिसका वह उत्तर नहीं दे सका. इससे नाराज शिक्षक ने न केवल उसे जातिसूचक गालियां दीं, बल्कि बुरी तरह पीट भी दिया.
आपको बता दें कि शिक्षक ने छात्र को शारीरिक दंड दिया और यहां तक कि उसके ऊपर बैठ गया. इस दबाव से बच्चा गिर पड़ा और उसका पैर बुरी तरह से चोटिल हो गया. घटना के बाद बच्चे ने सुनने में परेशानी की शिकायत भी की.
वहीं इस घटना के बाद छात्र ने अपने माता-पिता को इस बारे में बताया, जब उसकी मां ने शिक्षक से जवाब मांगा, तो उसने इलाज के लिए महज 200 रुपये देने की पेशकश कर दी.
बताते चले कि पीड़ित बच्चे की मां ने रविवार को शिक्षक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक को आईपीसी की धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर लिया.
हालांकि, इस घटना ने स्कूलों में छात्रों के प्रति शिक्षकों की क्रूरता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. शिक्षा के मंदिर में हिंसा की ऐसी घटनाएं बच्चों की मानसिक और शारीरिक स्थिति को गहरा आघात पहुंचाती हैं.