लहंगा पहनकर शादीशुदा प्रेमिका के घर पहुंचा सनकी प्रेमी, साथ चलने से किया मना तो पेट्रोल डालकर जिंदा जलाया, खुद का भी हुआ ये हाल
ये घटना मथुरा जिले के फराह थाना क्षेत्र की है. इस मामले पर पुलिस अधिकारी ने बताया कि फिलहाल, पीड़िता रेखा (30) करीब 70 प्रतिशत से ज्यादा जल चुकी है और उमेश का आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है.
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां महिला का वेश धारण किए एक शख्स ने मंगलवार (11 मार्च) की दोपहर अपनी शादीशुदा प्रेमिका को उसके घर में आग लगा दी, क्योंकि उसने उसके साथ जाने से इनकार कर दिया था. इस दौरान जब महिला की चीखें सुनकर जब उसके पड़ोसी उसके घर पहुंचे तो आरोपी उमेश (28) ने छत से कूदकर भागने की कोशिश की, लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना मथुरा जिले के फराह थाना क्षेत्र की है. इस मामले पर पुलिस अधिकारी ने बताया कि फिलहाल, पीड़िता रेखा (30) करीब 70 प्रतिशत से ज्यादा जल चुकी है और उमेश का आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है.
जानिए क्या है पूरा मामला?
इस घटना को लेकर फराह थाना प्रभारी संजय कुमार पांडे ने बताया कि कोह गांव की रहने वाली रेखा घर पर अकेली थी और टीवी देख रही थी. उसके सात और पांच साल के बच्चे स्कूल गए हुए थे और उसका पति संजू जो खेतिहर मजदूर है, काम पर गया हुआ था. पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोपहर के समय हरियाणा के हसनपुर गांव निवासी और रेखा की बड़ी भाभी का भाई उमेश पेट्रोल की बोतल लेकर उसके घर पहुंचा.
थाना प्रभारी ने कहा, "उमेश ने महिला का भेष धारण करने के लिए लहंगा पहना हुआ था और उसे एक दोस्त ने मोटरसाइकिल पर गांव के पास छोड़ दिया. वह छत से रेखा के घर में घुसा, उसके कमरे में चला गया और उस पर अपने साथ चलने का दबाव बनाया. जब उसने इनकार कर दिया, तो उसने उस पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी.
शिकायत मिलने पर की जाएगी कानूनी कार्रवाई
पुलिस अधिकारी ने बताया कि रेखा की चीख सुनकर उसके पड़ोसी उसकी मदद के लिए दौड़े, जबकि उमेश छत से कूदकर भागने की कोशिश कर रहा था. मगर, आग की चपेट में आ गया. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने रेखा और उमेश को फराह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां उनकी हालत गंभीर होने के कारण उन्हें आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस मामले में अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है.उन्होंने कहा, "शिकायत मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल उनकी जान बचाना प्राथमिकता है.