अयोध्या के राममंदिर में कैसे चली गोली, जवान ने मौके पर तोड़ा दम? 5 पॉइंट्स में समझिए
अयोध्या के राम मंदिर में एक जवान की गोली चलने से मौत हो गई है. जवान स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स का हिस्बसा था. राम मंदिर के परिसर में पहले भी एक जवान की गोली लगने से मौत हो चुकी है. स्थानीय पुलिस ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही बताया जा सकेगा कि जवान की मौत कैसे हुई है. पढ़ें क्या है पूरी खबर.
अयोध्या में 22 जनवरी को हुए रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद से हर दिन लाखों भक्तों की भीड़ रामलला के दर्शन के लिए उमड़ती है लेकिन आज सुबह हुई एक घटना ने पूरे मंदिर प्रांगण को सन्न कर दिया है. दरअसल अयोध्या में राम मंदिर की सुरक्षा में तैनात एक जवान की गोली लगने से मौत हो गई. जवान का नाम शत्रुघ्न विश्वकर्मा है. सूत्रों के मुताबिक जवान कोटेश्वर मंदिर के सामने बन रहे वीआईपी गेट के पास तैनात था. यहां से राम मंदिर के मुख्य द्वार की दूरी महज 150 मीटर है. इस घटना के बाद पूरे मंदिर परिसर में तहलका मच गया. आईजी और एसएसपी ने तुरंत मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी. पूरे घटना की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम भी बुला लिया गया है.
अयोध्या के राम मंदिर में कैसे चली गोली
जब यह घटना हुई उस समय शत्रुघ्न के पास एक और जवान तैनात था. गोली शत्रुघ्न विश्वकर्मा के सिर में बीचो-बीच लगी है. गोली लगने के तुरंत ही शत्रुघ्न को अस्पताल ले जाया गया.हालत नाजुक होने के चलते उन्हें तुरंत ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि गोली कैसे लगी, हालांकि पुलिस का कहना है कि जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी. घटना के दौरान वहां मौजूद लोगों ने बताया कि जिस समय जवान को गोली उस वक्त वे अपना मोबाइल देख रहे थे. पुलिस ने जवान के परिवार को इसकी सूचना दे दी.
कौन था मरने वाला जवान?
शत्रुघ्न विश्वकर्मा अंबेडकरनगर के थाना सम्मनपुर के कजपुरा गांव के रहने वाले थे. विश्वकर्मा पीएसी एसएसएफ में तैनात थे. एसएसएफ फोर्स को मंदिर की सुरक्षा के लिए गठित किया गया है.
बता दें कि इसी साल 26 मार्च को राम जन्मभूमि परिसर में कमांडो राम प्रताप के सीने में गोली लग गई, वे अपनी AK-47 साफ कर रहे थे तभी उससे गोली चली. हालांकि गोली उनके सीने के आर-पार निकल गई थी तो वे इलाज के दौरान ठीक हो गए थे.
इससे पहले 25 अगस्त 2023 को भी राम जन्मभूमि परिसर के रेड जोन की सुरक्षा में तैनात पीएसी जवान कुलदीप कुमार त्रिपाठी को गोली लगने से मौत हो गई थी. जांच के बाद बताया गया कि गोली उनकी सर्विस राइफल से चली थी.