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'होली-जुम्मा वाला बयान भड़काऊ नहीं', संभल के सीओ अनुज चौधरी पुलिस जांच में निकले बेदाग

बीते 6 मार्च 2025 को CO अनुज चौधरी ने मीडिया से कहा था कि जो लोग रंगों से असहज हैं, वे होली के दिन घर के अंदर ही रहें क्योंकि यह त्योहार साल में केवल एक बार आता है. उन्होंने कहा,"हमने मुस्लिम समुदाय से निवेदन किया है कि अगर वे रंगों को सहन नहीं कर सकते तो वे उस स्थान पर न जाएं जहाँ होली खेली जा रही हो.

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Edited By: Mayank Tiwari
संभल के डिप्टी एसपी अनुज चौधरी
Courtesy: Social Media

उत्तर प्रदेश के संभल जिले के डिप्टी एसपी अनुज चौधरी को शुक्रवार (18 अप्रैल) को पुलिस विभाग की जांच में क्लीन चिट दे दी गई है. यह जांच उनकी होली और ईद को लेकर की गई टिप्पणियों के संबंध में की गई थी. जांच रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक (कानून व्यवस्था) द्वारा पेश की गई, जिसमें कोई अनुशासनहीनता या भड़काऊ बयानबाज़ी नहीं पाई गई.

न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, संभल एसपी की जांच के दौरान संभल जिले के अधिकारियों और स्थानीय नागरिकों के बयान दर्ज किए गए. इसके साथ ही उस कमेटी के सदस्यों के भी बयान लिए गए जिन्होंने सर्किल अधिकारी चौधरी को सम्मानित किया था. हालांकि, सभी ने यह साफ कर दिया है कि डिप्टी एसपी अनुज चौधरी की बातों को गलत संदर्भ में लिया गया.

जानिए क्या था पूरा मामला?

CO अनुज चौधरी पर एक शांति समिति बैठक के दौरान दिए गए बयान को लेकर सवाल उठे थे. जहां उन्होंने कहा था,"होली साल में एक बार आती है, जबकि जुमा 52 बार आता है. अगर आप लोगों को सेवई खिलाना चाहते हैं, तो आपको भी गुजिया खानी पड़ेगी. इस बयान के आधार पर पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने पुलिस आचरण नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी. हालांकि, जांच में इन आरोपों को आधारहीन पाया गया.

CO चौधरी की सफाई और अपील

बता दें कि, बीते 6 मार्च 2025 को CO अनुज चौधरी ने मीडिया से कहा था कि जो लोग रंगों से असहज हैं, वे होली के दिन घर के अंदर ही रहें क्योंकि यह त्योहार साल में केवल एक बार आता है. उन्होंने कहा,"हमने मुस्लिम समुदाय से निवेदन किया है कि अगर वे रंगों को सहन नहीं कर सकते तो वे उस स्थान पर न जाएं जहाँ होली खेली जा रही हो. क्योंकि, जुमा 52 बार आता है, लेकिन होली एक ही बार आती है. जिस तरह मुस्लिम समुदाय के लोग ईद का इंतज़ार करते हैं, वैसे ही हिंदू होली का इंतज़ार करते हैं.

हिंदू और मुस्लिम श्रद्धा और परंपरा के अनुसार त्योहार मनाएं

चौधरी ने आगे कहा कि जो लोग बाहर जाना चाहते हैं, उन्हें इतने बड़े दिल का होना चाहिए कि अगर उन पर रंग पड़ जाए तो वे आपत्ति न करें."हमने सीधा संदेश दिया है कि जब लोग होली खेल रहे हों और अगर उन्हें रंग पसंद नहीं है, तो वे बाहर न आएं और अगर बाहर आएं, तो शिकायत न करें. उन्होंने आगे कहा था,'हिंदू और मुस्लिम दोनों अपने-अपने त्योहार अपनी श्रद्धा और परंपरा के अनुसार मनाएं.