Hathras Stampede: लाशों का ढेर देख UP पुलिस के सिपाही को आ गया हार्ट अटैक, चंद मिनटों में ही निकल गए प्राण
Hathras Stampede: हाथरस के फुलराई गांव में एक सत्संग समारोह में हुई भयानक भगदड़ में 110 से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. मरने वालों में एक पुलिसकर्मी भी शामिल है. पुलिसकर्मी की मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी लगी थी. वहां आ रहे लगातार शवों की संख्या देखकर उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे हार्ट अटैक आ गया. इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
Hathras Stampede: हाथरस सत्संग में भगदड़ से अब तक सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. शवों के ढेर देखकर एक सिपाही की मौत हो गई. सिपाही की ड्यूटी मेडिकल कॉलेज में लगी थी. मेडिकल कॉलेज में लगातार आ रही लाशों के कारण उसकी तबीयत बिगड़ गई. सिपाही रवि कुमार को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, वहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई. कहा जा रहा है शवों को देखकर उसे हार्ट अटैक आ गया था.
अलीगढ़ थाना क्षेत्र बन्ना देवी के मोहल्ला सिद्धार्थनगर के आईआईटी रोड के रहने वाले रवि कुमार सिपाही के पद पर क्यूआरटी अवागढ़ में तैनात थे. मंगलवार को जब इस हादसे की सूचना मिली तो अन्य साथियों के बाद वह मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे. इस दौरान लगातार घायलों और शवों को वहां लाया जा रहा था. एक गाड़ी के अंदर बड़ी संख्या में शव रखे थे. शवों को देखकर सिपाही की तबीयत बिगड़ गई. अस्पताल में भर्ती कराए जाने के कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई.
शवों को देखकर बिगड़ी तबीयत
रिपोर्ट के अनुसार, बड़ी संख्या में शवों को देखने के कारण सिपाही रवि कुमार की जान गई है. साथी सिपाहियों ने उन्हें तुरंत ही अस्पताल पहुंचाया.रवि साल 2014 में पुलिस विभाग में भर्ती हुए थे. रवि की मृतक आश्रित कोटे में नौकरी लगी थी. पूर्व में थाना जैथरा में तैनात रहे थे. इसके बाद वे अवागढ़ क्यूआरटी तैनात कर दिए गए.
अब तक सैकड़ों लोगों की मौत
हाथरस हादसे में हुई भगदड़ में अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. कहा जा रहा है सत्संग के समापन के बाद यह भगदड़ हुई. केंद्र और राज्य सरकार ने मतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. इसके अलावा घायलों को 50,000 रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की गई है. इस हादसे की जांच के लिए उच्च अधिकारियों की एक टीम का गठन किया गया है जो 24 घंटों में अपनी रिपोर्ट देगी.