उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ के बाद से ही प्रदेश की पुलिस एक्शन में है. अब पुलिस की टीम मैनपुरी में स्थित राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में छानबीन के लिए पहुंच गई है. पुलिस ने इससे पहले एक एफआईआर दर्ज की थी थी जिसमें सत्संग कराने वाले लोगों और मुख्य सेवादार का नाम शामिल किया गया था. अभी तक नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा को आरोपी नहीं बनाया गया है. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा था कि इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, मैनपुरी वाले आश्रम पर पहुंची पुलिस यहां सर्च ऑपरेशन चला रही है और भोले बाबा की तलाश कर रही है. अभी तक उस बाबा का पता नहीं चला है. यह राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट लगभग 21 बीघे में फैला हुआ है और किलेनुमा घर बनाया गया है. कहा जाता है कि यह भोले बाबा इसी आश्रम में रहता है. चर्चाएं हैं कि हाथरस में हुई भगदड़ के बाद भी बाबा यहीं आकर छिपा हुआ है. हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है कि वह इस आश्रम में है या नहीं.
#WATCH | Uttar Pradesh: Police conducts search operation at Ram Kutir Charitable Trust in Mainpuri district in search of 'Bhole Baba', who conducted a Satsang in Hathras where a stampede took place today claiming the lives of 123 people. pic.twitter.com/zi9ehENRSQ
— ANI (@ANI) July 4, 2024
इस हादसे के बाद से ही खुद 'भोले बाबा' और उसके सेवादार फरार हैं. सोशल मीडिया पर इस बाबा का एक बयान जरूर सामने आया है जिसमें उसने बताया था कि हाथरस में हुई यह भगदड़ उसके वहां से जाने के बाद हुई थी. दावा किया जा रहा है कि वह इसी आश्रम में छिपा हुआ है, इसीलिए अब पुलिस ने यहीं पर छापा मारा है और उसकी तलाश की जा रही है.
वहीं, इस मामले में एसआईटी के अलावा हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक न्यायिक आयोग का भी गठन किया गया है. यह आयोग इस मामले की जांच करेगा. इस आयोग की अध्यक्षता रिटायर्ड जज ब्रजेश कुमार कर रहे हैं. सीएम योगी ने कहा है कि कई जिलों में इस मामले की जांच होनी है इसलिए कई टीमें भी बनाई गई हैं. उनका कहना है कि जो भी इस हादसे का साजिशकर्ता होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा.
इंडिया डेली लाइव की रिपोर्ट के मुताबिक, फरार होने के बाद से बाबा ने तीन लोगों से फोन पर बात की है. दोपहर 3 बजे से 4:55 बजे तक उसका फोन चालू था. बाबा ने महेश चंद्र नाम के शख्स से बात की. उसने संजू यादव के नाम के शख्स से 40 सेकेंड बात की. इतना ही नहीं, उसने एक और कॉल की थी. सबसे पहले उसने आयोजक मधुकर से बात की थी. यह कॉल 2 जुलाई को की गई थी. उस समय बाबा की लोकेशन इसी मैनपुरी वाले आश्रम में थी.